आ गया कारोबारियों का अपना ई कॉमर्स पोर्टल 'भारतईमार्किट ', जल्द ही दिसंबर में होगी लाइव

विदेशी कंपनियों के स्वामित्व वाले ई कामर्स पोर्टल को टक्कर देने के लिए देश के छोटे कारोबारी ई कामर्स पोर्टल ला रहे हैं।

Update: 2020-10-30 14:13 GMT

जनता से रिश्ता वेबडेस्क| नई दिल्ली, विदेशी कंपनियों के स्वामित्व वाले ई कामर्स पोर्टल (e commerce portal) को टक्कर देने के लिए देश के छोटे कारोबारी ई कामर्स पोर्टल ला रहे हैं। भारतईमार्केट नाम के इस पोर्टल का आज प्रतीक चिह्न जारी किया गया। इसे केंद्रीय वाणिज्य राज्य मंत्री सोम प्रकाश ने कुछ व्यापारी नेताओं के साथ जारी किया। योजना है कि इसे आगामी दिसंबर तक लाइव कर दिया जाए।

नहीं बिकेगा चीन का बना सामान

देश के करोड़ों कारोबारियों का प्रतिनिधित्व करने वाला संगठन कंफेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (Confederation of All India Traders) ने इस महत्वाकांक्षी ई कॉमर्स पोर्टल 'भारतईमार्केट' को क्रांतिकारी कदम बताया है। संगठन (CAIT) का कहना है कि यह पोर्टल देश के ई कामर्स व्यापार में भारत के व्यापारियों और ई कामर्स व्यापार को विदेशी कंपनियों के चंगुल से आज़ाद कराएगा। कैट ने घोषणा की है कि भारतईमार्किट पोर्टल पर चीन में बना कोई भी सामान नहीं बेचा जाएगा।

सबको मिलेगा समान मौका

वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये इस लोगो को जारी होने के बाद सोम प्रकाश ने कहा कि यह कदम निश्चित रूप से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लोकल पर वोकल तथा आत्मनिर्भर भारत के सपने को अमली जामा पहनाने वाला होगा। उन्होंने साफ़ शब्दों में कहा कि सरकार ई कामर्स व्यापार को सबके लिए समानता से उपलब्ध कराने के संकल्पित है। किसी भी ई कामर्स कंपनी की मनमानी को सरकार बर्दाश्त नहीं करेगी। यदि कोई भी कंपनी सरकार की नीतियों का उल्लंघन करेगी तो उसे सख़्त कारवाई का सामना करने के लिए तैयार रहना चाहिए।

नहीं बिकेगा चीन का बना सामान

कंफेडरेशन ऑफ आल इंडिया ट्रेडर्स के राष्ट्रीय अध्यक्ष बी सी भरतिया एवं राष्ट्रीय महामंत्री प्रवीन खंडेलवाल ने कहा कि लॉकडाउन के दौरान ऑनलाइन व्यापार में काफी वृद्धि हुई है। कोविड से पहले भारत में ई कामर्स व्यवसाय लगभग 7% था वह अब वर्तमान में लगभग 24% हो गया है। शहरी क्षेत्रों में 42% इंटरनेट उपयोगकर्ता अब ई-कॉमर्स के माध्यम से अपनी खरीदारी कर रहे हैं। हालांकि, व्यापारियों की दुकानें अर्थव्यवस्था में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाती रहेंगी। इन्हें कोई मिटा नहीं नहीं सकता। किन्तु, ई कामर्स व्यापार का नया तरीका है जिसको देश के व्यापारियों द्वारा एक अतिरिक्त व्यापार के रूप में अपनाया जाना भी आवश्यक बन गया है।

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