विश्व
यहूदियों ने बनाई अलग पहचान, इजरायल के बारे में जान कर रह जाएंगे हैरान
Apurva Srivastav
5 April 2021 2:31 PM GMT
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इजरायल- एक ऐसा देश, जो हजारों सालों तक सिर्फ किवदंतियों में जिंदा रहा. उसकी अपनी पहचान सिर्फ यहूदियों के देश के तौर पर थी.
येरुशलम: इजरायल- एक ऐसा देश, जो हजारों सालों तक सिर्फ किवदंतियों में जिंदा रहा. उसकी अपनी पहचान सिर्फ यहूदियों के देश के तौर पर थी. न जमीन थी, न लोग. यहां तक कि भाषाई पहचान भी खो चुकी थी. दुनिया के अलग अलग हिस्सों में जब यहूदियों पर जुल्म बढ़ा, तो यहूदियों ने आखिरकार वो कर दिया, जो उनके लिए सदियों से सिर्फ सपना था. ये सपना था अपने देश का. और आज अपने जन्म के 72 सालों बाद इजरायल न सिर्फ एक अलग देश है, बल्कि दुनिया के सबसे ताकतवर देशों में भी उसका नाम लिया जाता है. इस देश में ऐसा भी एक नियम है, जो आपके हैरान कर देगा.
फिलिस्तीन
इजरायल ने 14 मई 1948 को अपनी आजादी की घोषणा की थी. महज एक साल के भीतर ही इजरायल ने 11 मई 1949 के दिन यूएन में जगह बना ली. शुरुआत में सिर्फ कुछ गांवों पर यहूदियों का कब्जा था, और जिस देश में वो रहते थे, उसका नाम फिलिस्तीन था. आज फिलिस्तीन का नक्शा देखने में भले ही सुंदर सा लगता हो, लेकिन जमीनी हकीकत बेहद अलग है. जी हां, इजरायल इतने सेक्टर्स में बंटा हुआ है, कि अगर उसका असली नक्शा आप देख लें तो हैरान रह जाएंगे.
कानून व्यवस्ता
इजरायल में प्रशासनिक व्यवस्था पूरी दुनिया से बेहद अलग है. आज हम जिस तथाकथित फिलिस्तीन की बात करते हैं, हकीकत में अब वो ही दुनिया के नक्शे पर इतना कट फट चुका है, कि उसे पहचान नहीं पाएंगे. दरअसल, आज जिस जगह पर इजरायल है, पहले वही फिलिस्तीन हुआ करता था. और यूएन ने कभी यहां पर द्विराष्ट्र सिद्धांत का नियम लागू किया था. यहां की प्रशासनिक व्यवस्था भी बिल्कुल अलग है. क्या आपको पता है कि पूरे इजरायल में कहीं इजरायली कानून चलता है, तो कहीं फिलिस्तीनी? एक एक गली यहां देश की सीमा सी बन जाती है.
तीन कानून
इजरायल में कानून का राज मुख्यत: तीन सेक्टर्स के हिसाब से चलता है. जी हां, पहला है इजरायल का कानून, दूसरा है फिलिस्तीनी संगठनों (हमास-फतह व अन्य इस्लामिक संगठनों) का कानून और तीसरा है संयुक्त कानून. जहां इजरायल और फिलिस्तीन दोनों मिल कर शासन करते हैं. इजरायल के कब्जे में आज जॉर्डन की जमीन भी है, तो मिश्र की भी जमीन है. वहीं, अरबी इस्लामिक देश फिलिस्तीन को मानो इजरायल निगल सा गया हो.
साइकिलिंग के लिए बाकायदा लाइसेंस ब
इजरायल में एक ट्रैफिक नियम ऐसा भी है, जो पूरी दुनिया को हैरान करने वाला है. हिंदुस्तान में साइकिल चलाने के लिए किसी नियम कानून का पालन नहीं किया जाता. लेकिन इजरायल में साइकिलिंग के लिए बाकायदा लाइसेंस बनता है. बिना लाइसेंस के आप इजरायल में साइकिल नहीं चला सकते हैं. क्या इस नियम के बारे में जानते थे आप?
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