विज्ञान

शरीर में जाने के बाद कैसे असर करता है ड्रग्स? जाने

Shiddhant Shriwas
3 Oct 2021 12:23 PM GMT
शरीर में जाने के बाद कैसे असर करता है ड्रग्स? जाने
x
डॉ शर्मा बता चुके हैं कि ड्रग्स या नशीली दवाओं के सेवन से आपकी मानसिक स्थिति काफी खराब हो जाती है. आप सोचते कुछ और हैं और होता कुछ और है.

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। ड्रग्स पार्टी मामले (Mumbai Drug Case) में नारकोटिक्स ब्यूरो (NCB) की टीम ने शाहरुख खान के बेटे आर्यन खान (Aryan Khan Arrest In Drug Case) समेत तीन लोगों को गिरफ्तार किया है. मामले में 8 लोगों को हिरासत में लिया गया था. आरोपियों के पास से चरस, MDMA, MD और कोकीन समेत अन्य ड्रग बरामद किए गए थे. बहरहाल यह कोई पहला मामला नहीं है और न ही बॉलीवुड में ड्रग्स का चलन नया है.शरीर, कैसे असर करता, ड्रग्स, body, how it works, drugs,शरीर, कैसे असर करता, ड्रग्स, body, how it works, drugs,

सुशांत सिंह राजपुत केस की जांच के दौरान टेलीवुड से लेकर बॉलीवुड तक कई सेलिब्रि​टीज के नाम सामने आ चुके हैं. कुछ सेलिब्रिटी यह स्वीकार कर चुके हैं कि बॉलीवुड में ड्रग्स का चलन या ऐसी पार्टीज काफी पहले से होती आ रही है. कुछ लोगों का मानना होता है कि टेंशन में लोगों को इसकी आदत लगती है और ड्रग्स लेने से स्ट्रेस कम होता है. पर इस बारे में एक्सपर्ट्स क्या कहते हैं? आइए जानते हैं कि ड्रग्स शरीर के अंदर जाता है तो क्या होता है..

दिमाग पर सीधा असर

सबसे पहले यह जान लें कि कोकीन, मारिजुआना, एलएसडी वगैरह ड्रग्स कई तरह के हो सकते हैं. ये ड्रग्स आपके दिमाग पर सीधा असर डालते हैं. आपकी सोचने-समझने की क्षमता कम कर सकते हैं. कुछ लोग सेक्सुअल पावर बढ़ाने के लिए इसका प्रयोग करते हैं. थोड़े समय के लिए ऐसा होता भी हो, लेकिन यह आपके स्वास्थ्य पर बहुत बुरा असर डालता है.

एम्स के फॉरेंसिंग पैथलॉजी से रिटायर्ड डॉ रवींद्र कुमार शर्मा बता चुके हैं कि ड्रग्स या नशीली दवाओं के सेवन से आपकी मानसिक स्थिति काफी खराब हो जाती है. आप सोचते कुछ और हैं और होता कुछ और है. इसका लोग गलत इस्तेमाल करते हैं जिसकी वजह से लोग एडिक्ट हो जाते हैं.

हाई फीलिंग: ब्रेन को उत्तेजित कर देता है ड्रग्स

सायकाइट्रिस्ट डॉ राजेश कुमार के मुताबिक, ह्यूमन ब्रेन के मिड पार्ट में ड्रग्स का असर पहुंचते ही यह प्लेजर एक्टिविटीज के सर्किट में जाकर काम करने लगता है. ब्रेन का मिड हिस्सा सेक्स, फूड, म्यूजिक, वगैरह के कारण एक्टिव होता है और ड्रग्स के कारण यह हाईली एक्टिव हो जाता है और सेवन करने वाले को हाई फील होने लगता है.

इस दौरान व्यक्ति खुद को एनर्जी से पूरा भरा हुआ महसूस करता है. वह आस-पास के माहौल से कट जाता है और टेंशन देने वाली बातों को भूल जाता है. वह डिसइनिवेटिव बिहेवियर करने लगता है यानी जो काम एलर्टनेस में नहीं किया जा सकता. ड्रग्स के असर से कुछ समय तक थकान और नींद गायब हो जाती है.

किन अंगों पर कैसा असर करता है ड्रग्स?

आईएमए के पूर्व अध्यक्ष डॉ केके अग्रवाल ने टीवी9 भारतवर्ष से बातचीत के दौरान पिछले साल बताया था कि ड्रग्स आपकी दिमागी हालात को बिगाड़ता है. यह मुख्य रुप से शरीर में ब्रेन, हार्ट, लंग्स और स्टॉमैक में यह असर करता है. इससे दिमागी हालत खराब होने लगती है.

जहां तक हार्ट की बात है तो किसी केस में काफी कम तो किसी केस में काफी तेजी से यह काम करने लगता है. किसी किसी केस में हार्ट फेल होने का भी केस देखने को मिलता है. वहीं, लंग्स में कंजेशन की वजह से निमोनिया हो जाता है. बात करें पेट पर इसके असर की तो पेट में यह सबसे अधिक नुकसान भूख को लेकर करता है. ड्रग्स लेने वाले आदमी को भूख ही नहीं लगती है. उसके बाद दूसरी बीमारियां शुरू हो जाती है.

बॉलीवुड में क्यों है इतना चलन?

सुशांत सिंह राजपूत डेथ केस से जुड़े ड्रग्स मामले में जेल में बंद जया साहा ने पिछले साल बताया था कि बॉलीवुड में ड्रग्स का चलन कोई नया नहीं है. फिल्मी सितारे अपने स्ट्रेस और डिप्रेशन को कम करने के लिए ड्रग्स लेते हैं. हालांकि सेलिब्रिटी हों या फिर अन्य प्रोफेशन से जुड़े लोग… स्ट्रेस दूर करने के बहाने मजे लेने के लिए ड्रग्स का सेवन करते हैं.

हालांकि वे ड्रग एडिक्शन का जिम्मेदार किसी दूसरे को बता देते हैं. सायकोलॉजी में इसे डिफेंस मैकेनिज्म कहा जाता है. डॉक्टर्स बताते हैं कि डिप्रेशन या एंग्जाइटी के इलाज में सीमित दवाओं को छोड़ दिया जाए तो ऐसी कोई मेडिसिन नहीं है, जिसके कॉम्पोनेंट ड्रग्स से मिलते-जुलते हों. तो ये कहना कि ड्रग्स से डिप्रेशन दूर हो जाता है, गलत होगा.

Next Story