धर्म-अध्यात्म

Sunday Special:जानिए सूर्य देव को जल चढ़ाने के नियम

Sarita
5 July 2025 5:42 AM GMT
Sunday Special:जानिए  सूर्य देव को जल चढ़ाने के नियम
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Sunday Special: हिंदू धर्म में सूर्य देव की गिनती पांच देवों में की जाती है सूर्य भगवान वह देव है जो धरती पर प्रत्यक्ष रूप से दिखाई देते हैं और मानव जन पर अपनी कृपा बरसाते हैं. रविवार का दिन सूर्य देव को समर्पित है माना जाता है. सूर्य देव को रोज जल देने से आप निरोगी काया के साथ जीवन में सफलता का वरदान भी प्राप्त कर सकते हैं लेकिन अर्ध्य देने के कुछ नियम और कायदे हैं जिन्हें जान लेना अति आवश्यक है. तो आज हम आपको वही नियम कायदे बताने जा रहे हैं|
सूर्य देव की आराधना और उन्हें अर्ध्य देने वालों को निरोगी होने का वरदान प्राप्त होता है साथ ही वो दीर्धआयु होते हैं.यही वजह की इस खास दिन पर पवित्र नदियों में डुबकी लगाने और सूर्य देव को अर्ध्य देने की पंरपरा सदियों पुरानी है|
सूर्य को इस तरह देंगे जल,तो जरूर मिलेगा शुभ फल:
परम्परा:
सूर्य को जल देने की परम्परा सदियों से चली आ रही है क्योंकि पृथ्वी पर मौजूद भगवान सूर्य ही हैं.
पृथ्वी पर प्रत्यक्ष देव:
सूर्य देव ही पृथ्वी पर वो देव और ग्रह हैं जिनके दर्शन आमजन रोज कर सकते हैं.यही कारण है सूर्य देव को लोग जल चढ़ाते हैं.
अर्घ्य का सही समय:
कहा जाता है कि सूर्योदय के 12 से 15 मिनट के अंदर जल चढ़ाना चाहिए.इससे व्यक्ति का भाग्योदय हो जाता है.
अर्घ्य में क्या मिलाएं:
अर्घ्य के जल में लाल फूल, कुमकुम, अक्षत, चीनी,रोली या हल्दी मिला लेना कल्याणकारी होता है.
निरोग होने का वरदान:
सूर्य को दी जा रही जल की धारा से होती सूर्य की किरणें शरीर पर पड़नी चाहिए,इससे शरीर निरोगी होता है.
कहां गिरे जलधारा:
सूर्य अर्घ्य कभी भी जमीन पर नहीं गिरना चाहिए इसलिए या तो पौधे में जल दें या जल में खड़े होकर सूर्य को अर्घ्य दें.
अर्घ्य देने का मंत्र:
सूर्य को जल देते समय ऊँ घृणि सूर्याय नम: मंत्र का जाप करने ज्ञान की प्राप्ति होती है.
सूर्य देव के सिद्ध मंत्र
ऊँ घृणि सूर्याय नम:
ॐ ह्रीं ह्रीं सूर्याय नम:
ॐ ह्रीं घृणि: सूर्य आदित्य: क्लीं ॐ
ॐ सूर्याय नम:
तीन बार परिक्रमा:
सूर्य को जल चढ़ाने के बाद सूर्य देव को प्रणाम करना चाहिए साथ ही तीन बार परिक्रमा भी करनी ही चाहिए.
सूर्य देव देते हैं निरोगी होने का वरदान:
मान्यता है कि इस दिन सूर्य देव की पूजा पाठ से भक्त पर उनकी कृपा बरसती है और उसे निरोगी होने का वरदान मिलता है|
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