भारत

Water का टैंक बना सफेद हाथी

Shantanu Roy
17 July 2024 11:17 AM GMT
Water का टैंक बना सफेद हाथी
x
Dhaula Kuan. धौलाकुआं। जिला सिरमौर के धौलाकुआं के रामपुर माजरी पंचायत में पिछले वर्ष जल शक्ति विभाग द्वारा स्कीम के तहत बनाए गए दो पानी के बड़े टैंक सफेद हाथी साबित हो रहे हैं। इनमें से एक टैंक गत वर्ष ही बरसात के चलते बह गया था और आज भी उस बरसाती खड्ड में लावारिस पड़ा हुआ है। ग्रामीणों का आरोप है कि जल शक्ति विभाग पानी के टैंक की कोई सुध नहीं ले रहा है। गौर हो कि खंबानगर में जल शक्ति विभाग द्वारा आज तक कोई पानी की स्कीम नहीं दी गई है। लोगों का कहना है कि वह फैक्टरी द्वारा दिए जा रहे पानी के सहारे जीवन यापन कर रहे हैं। बार-बार विभाग को समस्या से अवगत करवाने के बाद ही विभाग ने स्कीम के तहत पानी के दो बड़े टैंक बनाए थे। इसमें बोरवेल मोटर लगने की ही देर थी कि भारी बरसात के चलते उस खड्ड में पानी आने से लाखों की लागत से बना पानी का टैंक बह गया। ग्रामीण रामकुमार, सुलेंद्र, अजय, सन्नी व राजकुमार आदि का कहना है कि टैंक बनाने के लिए ग्रामीण नरेश ने अपनी निजी
जमीन भी विभाग को दी थी।
पहले टैंक की सुरक्षा के लिए डंगा लगाकर जमीन को सुरक्षित करना था जिससे कि टैंक भी सुरक्षित रहता, लेकिन विभाग ने उनकी नहीं सुनी और बिना जमीन को सुरक्षित किए पानी का बड़ा टैंक बना दिया जोकि बनते ही बरसात के चलते बह गया। ग्रामीणों का कहना है कि विभाग ने इतने पैसे भी लगाए और उन्हें पानी की एक बूंद भी नहीं मिली। हालांकि विभाग द्वारा मेन पाइप लाइन भी बिछा दी गई थी तथा घरों को कनेक्शन देना और बोरवेल में मोटर लगना ही शेष था कि पानी का टैंक बरसात में बह गया। आज भी यह पानी का टैंक खड्ड में ऐसे ही पड़ा है। लोगों को डर है कि यह किसी अनहोनी का कारण न बन जाए, बता दें कि पिछले वर्ष जैसी बाढ़ जैसी स्थिति पैदा हुई तो यह टैंक किसी भी व्यक्ति या पशु की जान ले सकता है। ग्रामीणों ने बताया कि टैंक बनाने के लिए उन्होंने अपनी निजी जमीन भी विभाग को दी थी। पहले टैंक की सुरक्षा के लिए डंगा लगाकर जमीन को सुरक्षित करना था, लेकिन विभाग ने उनकी नहीं सुनी और बिना जमीन को सुरक्षित किए पानी का बड़ा टैंक बना दिया जोकि बनते ही बरसात के चलते बह गया। विभाग ने इतने पैसे भी लगाए और उन्हें पानी की एक बूंद भी नहीं मिली। हालांकि विभाग द्वारा मुख्य पाइप लाइन भी बिछा दी गई थी तथा घरों को कनेक्शन देना और बोरवेल में मोटर लगना ही शेष था कि पानी का टैंक बरसात में बह गया।
Next Story