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Himachal का पानी कोई नहीं रोक सकता

Shantanu Roy
10 Sep 2024 9:45 AM GMT
Himachal का पानी कोई नहीं रोक सकता
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Shimla. शिमला। उपमुख्यमंत्री मुकेश अगिनहोत्री ने कहा कि किसी भी पूंजीपति को हिमाचलियों का पानी नहीं रोकने दिया जाएगा। पालमपुर व सुलाह एरिया में एक निजी पावर प्रोजेक्ट को लेकर जिलाधीश कांगड़ा को निर्देश देंगे कि वह साइट विजिट करें और जलशक्ति के अधिकारी उनके साथ रहेंगे। उन्होंने कहा कि सुनिश्चित किया जाएगा कि कोई भी पूंजीपति हिमाचलियों को पानी से वंचित न रख पाए। सदन में विधायक विपिन परमार द्वारा नियम 62 के तहत लाए गए ध्यानाकर्षण प्रस्ताव पर मुकेश ने कहा कि जिस योजना की बात वह कर रहे हैं, उसको बनाया भी और उद्घाटन भी किया, मगर दोषी आज हमें कह रहे हैं, जो कि अन्याय है। उन्होंने कहा कि 14 किलोमीटर एरिया तक पानी ठीक पहुंच रहा है। आखिरी पांच किलोमीटर में पानी की समस्या पेश आ रही है। उन्होंने कहा कि 45 करोड़ रुपए का बजट इस योजना के लिए रखा गया है, जिसमें अधिकारियों को कहा जाएगा कि वे विधायक के साथ जाकर इसे देखें, ताकि समस्या का हल हो सके। कूहलों पर व्यापक स्टडी की जाएगी और देखा जाएगा कि कैसे उनको रिवाइव किया जाए और जनता तक पानी पहुंच सके। कूहलों को नियंत्रित करने पर
आगामी कदम उठाए जाएंगे।

उन्होंने कहा कि देहरा में सर्किल खोल दिया गया है और पालमपुर एरिया में भी जल शक्ति का सर्किल खोलना सरकार के विचाराधीन है। भवारना में खोलें या कहीं और, लेकिन इस पर विचार किया जाएगा। इससे पूर्व सदन में विधायक विपिन सिंह परमार ने सुलाह विधानसभा क्षेत्र की कूहलों का मामला उठाया और कहा कि इनका लाभ किसानों को नहीं मिल पा रहा है। उन्होंने कहा कि बनेर खड्ड से जिया के नजदीक चलने वाली खड्ड का आज कोई लाभ सुलाह के गांवों को नहीं मिल रहा है। उन्होंने कहा कि लंबी दूरी की योजना के लिए एचडीपी पाइप डालने का मामला उठाया गया था। बनेर खड्ड के पानी को आखिरी गांव गरांगड़ तक पहुंचाया जाना था, लेकिन किसानों के खेतों तक पानी नहीं पहुंच रहा है। किसान बिना पानी के परेशान हैं। हर मौसम में किसानों को पानी मिले, इसका प्रबंध सरकार करे। बंदला कूहल 28 किलोमीटर लंबी है, जिसका पानी भी अब पालमपुर तक नहीं पहुंच रहा है। थुरल डिवीजन के लिए ही सभी कूहलें बदल दी गई हैं। जहां पर कूहल है, वहीं पर उनका प्रशासनिक नियंत्रण होना चाहिए। उन्होंने कुछ कूहलों को पालमपुर डिवीजनों में देने की मांग रखी। जल जीवन मिशन के बाद सुलाह में पीने के पानी की समस्या खत्म हो गई है, मगर कूहलों का पानी किसानों को नहीं पहुंच पा रहा। उन्होंने आग्रह किया कि भवारना में जल शक्ति सर्किल को दोबारा से खोला जाए।
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