
x
Hospice. धर्मशाला। हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय शिमला के धर्मशाला स्थित मोहली में चल रहे रीजनल सेंटर में नए कोर्स शुरू किए जाएं तो निचले हिमाचल के हजारों छात्रों को बड़ी सुविधा मिलेगी। दशकों बीत जाने के बाद भी इस केंद्र में नए कोर्स शुरू करने के लिए कोई प्रयास नहीं हो पाए हैं। रीजनल सेंटर के पास करीब 200 कनाल भूमि है, लेकिन यहां सिर्फ एलएलबी के लिए बनाए गए भवन में ही कुछ चुनिंदा पोस्ट ग्रेजुएट विषयों की पढ़ाई करवाई जा रही है। उम्मीद थी कि जल्द केंद्रीय विश्वविद्यालय का भवन धर्मशाला में बनकर तैयार होगा, इसलिए रीजनल सेंटर के बजाय केंद्रीय विश्वविद्यालय पर ही सभी की निगाहें लगी रही, लेकिन न तो धर्मशाला में सीयू के भवन का काम शुरू हो पाया और न ही रिजनल सेंटर का स्तर बढ़ाया गया।
हालांकि मंडी में विश्वविद्यालय बन गया। प्रदेश के पुराने कालेजों में शुमार डिग्री कालेज धर्मशाला में वर्ष 1992 में रीजनल सेंटर शुरू किया गया था, लेकिन हालात ऐसे हैं कि 2025 में भी निचले हिमाचल को उच्च शिक्षा देने वाला यह शिक्षण संस्थान अपने अस्तित्व की लड़ाई लड़ रहा है। 2013 में डिग्री कालेज से रीजनल सेंटर को खनियारा के मोहाली में शिफ्ट किया गया था। करीब 200 कनाल के इस रकबे में ना तो कोई नया भवन बनाया गया और ना ही छात्रों के लिए नए कोर्स शुरू किए गए। इतना ही नहीं, छात्र खिलाडिय़ों के लिए खेल मैदान भी विकसित नहीं किए गए। आलम यह है कि रिजनल सेंटर की खाली पड़ी भूमि पर करीब एक दर्जन से अधिक अवैध कब्जे हो गए हैं। ऐसे हालात के बीच अब क्षेत्र के लोग प्रदेश सरकार से मांग कर रहे हैं कि रीजनल सेंटर के अस्तित्व को बचाया जाए और यहां नए कोर्स शुरू किए जाएं।
Tagsहिमाचल प्रदेश न्यूज हिंदीहिमाचल प्रदेश न्यूजहिमाचल प्रदेश की खबरहिमाचल प्रदेश लेटेस्ट न्यूजहिमाचल प्रदेश न्यूज अपडेटहिमाचल प्रदेश हिंदी न्यूज टुडेहिमाचल प्रदेश हिंदीन्यूज हिंदी न्यूज हिमाचल प्रदेशहिमाचल प्रदेश हिंदी खबरHimachal Pradesh News HindiHimachal Pradesh NewsHimachal Pradesh Latest NewsHimachal Pradesh News UpdateHimachal Pradesh Hindi News TodayHimachal Pradesh HindiNews Hindi News Himachal PradeshHimachal Pradesh Hindi News

Shantanu Roy
Next Story