भारत
प्रदेश में फोरेंसिक विभाग ने तैयार किया डिजास्टर विक्टिम सैल
Shantanu Roy
7 Oct 2024 11:38 AM GMT
x
Hospice. धर्मशाला। हिमाचल प्रदेश में फोरेंसिक विंग में बरसात सहित अन्य आपदाओं में खो जाने वाले लोगों को खोजने के लिए डिजास्टर विक्टिम सैल बनाया गया है। फोरेंसिक विभाग की ओर से डिजास्टर विक्टिम सेल में गुमशुदा व खो जाने वाले लोगों का डाटा बैंक तैयार किया जा रहा है। इसके तहत फोरेंसिक के पास मामले पहुंचने पर डीएनए सहित अन्य डाटा के मिलान से परिवार की जानकारी मिल रही है, जिससे कई परिजनों को खोजने में मदद मिल पाई है। फोरेंसिक साइंस विभाग की ओर से प्रदेश में होने वाली लगातार आपदाओं, घटनाओं व बाढ़ की स्थिति से निपटने के लिए डिजास्टर विक्टिम सेल तैयार किया गया है, जिसमें आपदाओं के समय दबने व बह जाने वाले लोगों का डाटा एकत्रित करके रखा जा रहा है। इसके बाद व्यक्तियों व उनके शवों को खोजने के लिए लगातार सरकार-पुलिस व एनडीआरएफ-एसडीआरएफ की ओर से विशेष अभियान भी चलाए जाते हैं, लेकिन आपदाएं अत्यधिक भयंकर होने के कारण शवों तक का कोई सुराग नहीं मिल पाता है।
हालांकि समय बीतने के बाद कई शव जलाशयों व नदी-नालों में दूर-दराज के क्षेत्रों में बरामद भी किए जाते हैं, लेकिन उस दौरान तक शव की स्थिति पहचाने वाली हालत में नहीं रहती है। ऐसे में फोरेंसिक साइंस विंग उक्त समय में शवों की पहचान करने में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। इसके तहत फोरेंसिक साइंस विभाग की ओर से तैयार किए गए डाटा बैंक व डिएक्सोयोराईबो न्यूक्लिक एसीड यानि डीएनए का मिलान कर खोए हुए व्यक्ति को परिजनों तक पहुंचाया जा रहा है। प्रदेश में मौजूदा समय में तीन जोन व तीन यूनिट के तहत फोरेंसिक सुविधा प्रदान की जा रही है, जिसमें तीन जोन सार्दन, सेंट्रल व नोर्दन जोन से सभी जिला कवर किए जा रहे हैं। इसमें सार्दन रेंज में जुन्गा शिमला के तहत शिमला, सिरमौर, सोलन व किन्नौर जिला शामिल है। सेंट्रल जोन मंडी के तहत मंडी, कुल्लू, हमीरपुर, बिलासपुर व लाहुल-स्पीति, जबकि नोर्थ जोन धर्मशाला के तहत कांगड़ा-चंबा व ऊना जिलों को जोड़ा गया है। साथ ही तीन फोरेंसिक यूनिट भी स्थापित की गई है, जिसमें नूरपुर, बद्दी और बिलासपुर में स्थापित कर दिए गए हैं। साथ ही अब वंचित रह चुके जिलों में डिस्ट्रिक फोरेंसिक यूनिट (डीएफयू) हमीरपुर, ऊना, सिरमौर, कुल्लू, किन्नौर व लाहुल-स्पीति जिलों में स्थापित करने की भी कैबिनेट से सहमति मिल चुकी है।
Next Story