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Jogindernagar के बाद अब कोटली में पीलिया

Shantanu Roy
24 July 2024 11:52 AM GMT
Jogindernagar के बाद अब कोटली में पीलिया
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Kotli. कोटली। जोगिंद्रनगर उपमंडल के बाद अब कोटली सब डिविजन में भी पीलिया के मामले बढऩा शुरू हो गए हैं। कोटली के आसपास की दो बावड़ी व एक अन्य प्राकतिक जल स्त्रोतों के पानी के सैंपल भी फेल हो गए हैं। सिविल अस्पताल कोटली में रोज चार से पांच मामले पीलिया के सामने आ रहे हैं। जबकि इसके अलावा निजी अस्पताल व चिकित्सकों के पास अलग से पीलिया रोगी पहुंच रहे हैं। जिससे पूरे क्षेत्र में लोगों में पीलिया का एक डर सा फैल रहा है। इसमें अधिकतर रोगी 20 वर्ष से कम उम्र के बच्चे और महिलाएं है। कोटली अस्पताल की लैब में ही पिछले कुछ दिनों में 60 के लगभग पीलिया के केस पाजिटिव आए हैं। जबकि प्राइवेट लैब को मिला कर यह आंकड़ा और अधिक है। बता दें कि कोटली स्वास्थ्य विभाग ने कुछ पानी के सैंपल भी भरे थे। जिनमें 4 में से
तीन सैंपल फैल हो गए हैं।

कोटली से आगे बलाहर बावड़ी जहां से कोटली बाजार के लगभग सभी दुकानदार और गांव वाले पीने का पानी भरते हैं, उसका भी सैंपल फेल हुआ है। इसके साथ एक जरल नामक स्थान पर एक पेयजल योजना है, वहां का सैंपल भी फेल हुआ है। वहां पर न तो कोई नोटिस लगाया गया है न ही कोई सूचना। वहां से सभी लोग अभी भी पानी पीने के लिए ले जा रहे है। इस बारे में प्रशासन ने मीटिंग कर एडवाइजरी तो जारी की है, पर उसका असर होता कहीं नजर नहीं आ रहा है और पीलिया के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग इस एडवाइजरी का प्रचार प्रसार भी नहीं कर सका है। जिससे लोगों को सही जानकारी नहीं मिल पा रही है। वहीं पीलिया के मामलों को उल्टा विभाग द्वारा छुपाने का प्रयास किया जा रहा है। पीलिया के मामलों को लेकर पूरा प्रशासन ढुलमुल रवैया अपनाए हुए है। कोटली बीएमओ शेखर कपूर से जब इस मामले में जानकारी जाननी चाही तो उन्होंने हॉस्पिटल के कर्मचारियों से रिपोर्ट मांगने की बात कही। इसके बाद जब शाम को जब उनसे फ ोन पर जानकारी जाननी चाही तब उन्होंने फोन ही नहीं उठाया।
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