उत्तर प्रदेश

स्टेडियम में बन रही शूटिंग रेंज का काम फंड की कमी से रुका, दिसंबर 2023 तक तैयार होनी है बिल्डिंग

Admin Delhi 1
25 Dec 2022 10:17 AM GMT
स्टेडियम में बन रही शूटिंग रेंज का काम फंड की कमी से रुका, दिसंबर 2023 तक तैयार होनी है बिल्डिंग
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मेरठ न्यूज़: कैलाश प्रकाश स्टेडियम में बन रही शूटिंग रेंज का निर्माणकार्य फंड की कमी की वजह से रूक गया है। 2021 में निर्माण कार्य शुरू हुआ था जिसे दिसंबर 2023 तक पूरा होना है। लेकिन एक साल में केवल 25 प्रतिशत ही काम हुआ है जिससे इसका समय पर पूरा होना खटाई में नजर आता है। बताया जा रहा है राज्य सरकार से मिलने वाला फंड समय पर नहीं मिल रहा है जिस वजह से निर्माण कार्य प्रभावित हो रहा है।

एक साल पहले 8 करोड़ 55 लाख का बना था बजट: स्टेडियम में तैयार हो रही शूटिंग रेंज के निर्माण का बजट एक साल पहले 8 करोड़ से अधिक था। साथ ही इसे दो साल में बनकर खिलाड़ियों के लिए शुरू होना था। लेकिन राज्य सरकार से आनें वाला बजट समय पर नहीं मिल रहा है जिस वजह से पिछले दो सप्ताह से निर्माण कार्य रूका हुआ है। अभीतक लगभग दो करोड़ रुपये की पहली किस्त ही मिली है जिससे 25 प्रतिशत कार्य ही हो सका है। मार्च तक और एक करोड़ रूपये मिलने का अनुमान है।

शूटिंग के करीब 70 खिलाड़ी है रजिस्टर्ड: कैलाश प्रकाश स्टेडियम में शूटिंग के लिए करीब 70 खिलाड़ियों ने अपना रजिस्ट्रेशन करा रखा है। यह खिलाड़ी इस समय स्वीमिंग पूल के नीचे बनी बेहद छोटी रेंज में अभ्यास कर रहें है। नई शूटिंग रेंज का इन सभी को इंतजार है लेकिन यह कब खत्म होगा कुछ कहा नहीं जा सकता। इस समय जिस रेंज में खिलाड़ी प्रशिक्षण ले रहे है उसमें केवल छह लाइनें है जो इतने खिलाड़ियों के लिए नाकाफी है। एक आदर्श रेंज में कम से कम 10 लाइन होनी चाहिए।

नई रेंज होगी आधुनिक: स्टेडियम के हॉस्टल के बराबर में तैयार हो रही नई शूटिंग रेंज में सभी तरह की आधुनिक सुविधाएं होगी। इसमें खिलाड़ियों की पिस्टल व राइफल रखनें के लिए स्टैंड, बुलट के लिए होल्डर, लक्ष्य पर निशाना लगने के बाद सीधे कंप्यूटर पर रिकार्ड होनें जैसी सुविधाएं शामिल है, लेकिन यह सुविधाएं कब खिलाड़ियों को मिलेंगी कहा नहीं जा सकता।

शूटिंग रेंज का निर्माण कार्य फिलहाल रूका हुआ है। इसके पीछे वजह फंड की कमी है, शासन से मिलने वाला फंड समय पर नहीं मिल रहा है। मार्च तक कुछ और पैसा आनें की उम्मीद है।

-योगेन्द्र पाल सिंह, प्रांतीय क्रीड़ा अधिकारी।

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