- Home
- /
- राज्य
- /
- उत्तर प्रदेश
- /
- कंधे पर हाथ रखकर बोले,...
कानपूर न्यूज़: मेरी तो 38 दुकानें जल कर राख हो गईं. मैं कहीं का नहीं बचा. साइकिल चलाकर काम शुरू किया था. भैया बर्बाद हो गए. हमराज काम्प्लेक्स में आग न थमने पर बदहवास हुए बृजेंद्र रस्तोगी ने अपना दर्द साझा किया तो साथी कारोबारी गुरजिंदर सिंह ने कंधे में हाथ रखकर ढांढस बंधाया कि जान है तो जहान है. ऊपर वाले की मर्जी है. फिर मेहनत की जाएगी. भगवान पर भरोसा रखो. कुछ इस अंदाज में अग्निकांड में बर्बाद हुए कारोबारी एक-दूसरे को ढांढस बंधाते नजर आए. यहां कई बड़े कारोबारियों की कई-कई दुकानें राख हो गईं. उनकी हालत खराब है.
धुएं से घिरे हमराज काम्प्लेक्स को टकटकी लगाकर निहारते बृजेंद्र रस्तोगी असहाय से नजर आए. यूपीजीएमटीए के गुरजिंदर सिंह बोले, रस्तोगी जी को बड़ा नुकसान हुआ है. साइकिल से माल जुटाकर काम शुरू किया था. लगभग 30 साल की मेहनत से कारोबार खड़ा किया था. पूरे जीवन की कमाई राख हो गई.
किसी का बुरा नहीं किया मोतीझील में लगे गारमेंट्स फेयर में विशेष भूमिका निभाने वाले यूपीजीएमटीए के कोषाध्यक्ष विजय गुप्ता को भी आग ने तबाह कर दिया. उनकी भी कई दुकानें स्वाहा हो गईं. विजय गुप्ता बोले, हमने तो किसी का बुरा नहीं किया. आखिर ऊपर वाले ने यह तबाही क्यों दिखाई. जवाहर लाल नारवानी की 21 दुकानें आग की भेंट चढ़ गईं. नितिन व मोहन की मोहन गारमेंट्स के नाम पर किड वियर से सूट तक की 10 दुकानें थीं. एआर काम्प्लेक्स में सुरेश कलेक्शन के मालिक सुरेश का माल राख हो गया.
परिवार, नेहा, कनक, परी, प्रियंका आदि नाम से एआर काम्प्लेक्स में कारोबार करने वाले मनीष वसनदानी परेशान नजर आए. मनीष ने बताया कि कुछ माल कर्मचारियों की मदद से निकाला है.
हमराज काम्प्लेक्स नहीं जा रही बौछार
हमराज काम्प्लेक्स की 252 दुकानें हैं. यहां के तीसरी मंजिल में धुआं दिखने पर फायर ब्रिगेड की कई गाड़ियों ने पानी की बौछार की. शटर से टकराकर पानी लौट आया. पुलिस अफसर बोले-अंदर पानी नहीं जा पा रहा है.
एआर टॉवर सेडलरी ने बढ़ाई मुसीबत
एआर टॉवर के दूसरे व तीसरे खंड में सेडलरी कारखाना है. यहां पर कारखाना भी है. फायर ब्रिगेड की टीम इन दोनों खंडों पर लगातार पानी की बौछार रुक-रुक कर फेंक रही है. यहां पर 200 दुकानें भी चपेट में हैं.
नफीस टॉवर रह-रह कर सुलग रहे
नफीस टॉवर में 100 से ज्यादा गोदाम हैं. इस काम्प्लेक्स में ही एसबीआई की शाखा है. एसबीआई की शाखा से कैश व कागजात निकाले गए. बैंक के पास की दुकानों के व्यापारियों के अपनी दुकानों को देखने की हिम्मत नहीं हुई.
मसूद काम्प्लेक्स शटर-खिड़कियां गल गईं
मसूद काम्प्लेक्स की 150 दुकानें राख हो गई हैं. सामने की लोहे की खिड़कियां व शटर तक गल गए. करोड़ों रुपये का माल राख हो गया. इस काम्प्लेक्स के पिछले हिस्से में भी आग रुक-रुक सुलग रही है.