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Jhansi: पुलिस अधीक्षक मोहम्मद मुश्ताक ने परेड का निरीक्षण किया
झाँसी: पुलिस अधीक्षक मोहम्मद मुश्ताक ने की सुबह साप्ताहिक परेड के दौरान पुलिस लाइन स्थित परेड ग्राउण्ड पर परेड की सलामी ली.इसके बाद उन्होंने परेड का निरीक्षण किया.एसपी ने जवानों को शारीरिक और मानसिक रूप से स्वस्थ रहने के लिए दौड़ लगवाया.परेड मेें शामिल जवानों में एकरुपता व अनुशासन बनाए रखने के लिए ड्रिल भी कराया गया.साप्ताहिक परेड के दौरान यहाँ उपकरणों के रख-रखाव के लिए संबंधित को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए गए.निरीक्षण के बाद विभिन्न रजिस्टरों और अभिलेखों को चेक कर आवश्यक दिशा-निर्देश दिया.इस दौरान पुलिस लाइन स्थित क्वार्टर गार्द, स्टोर, आर्मरी आदि का निरीक्षण कर शस्त्रत्तें की साफ-सफाई व उचित व्यवस्थापन तथा संबंधित अभिलेखों को अपडेटेड रखने हेतु सम्बन्धित को निर्देशित किया गया .यूपी-112 के वाहनों को चेक करते हुए उसमें कार्यरत अधिकारी-कर्मचारियों को निर्देशित किया कि घटना की सूचना पर तुरन्त पहुंचकर पीड़ित की हर सम्भव मदद की जाए, साथ ही उससे शिष्टतापूर्वक व्यवहार करें.उन्होंने डायल 112, परिवहन शाखा, स्टोर, पुलिस मेस, पुलिस स्नानागार,बारबर शॉप, बैरकों, पुलिस कैटींन एवं पुलिस लाइन की विभिन्न मदों को चेक कर उचित साफ- सफाई हेतु सम्बन्धित को आवश्यक दिशा- निर्देश दिये गये.
वहीं निरीक्षण के दौरान उन्होंने हकीकत को परखा.इसके साथ ही उन्होंने व्यवस्थाओं का जायजा लिया.अर्दली रुम के दौरान अधिकारी-कर्मचारियों के प्रशिक्षण रजिस्टर, रिजर्व पुलिस के विभिन्न रजिस्टरों का अवलोकन किया.यहाँ उन्होंने पुलिस अधिकारी-कर्मचारियों की समस्याओं को भी सुना और उनके निस्तारण की बात कही.पुलिस कर्मियो की शिकायतें सुनीं.इस मौके पर क्षेत्राधिकारी सदर अभय नारायण राय, प्रतिसार निरीक्षक जगदीश चन्द्र
तहसील पार्क के सूखने लगे पौधे: पौधरोपण अभियान-2024 में तहसील प्रशासन द्वारा परिसर में मौजूद पौधे तो लगाए गए, लेकिन इनकी देखभाल नहीं की गयी.जिसके चलते न केवल यह पौधे सूख चुके हैं, बल्कि यहाँ मौजूद पार्क की भी हालत दयनीय हो गयी है.अब ऐसे में कहीं न कहीं तहसील प्रशासन की लापरवाही सामने आई है.वर्ष 2024 में पौधरोपण अभियान के तहत तहसील प्रशासन को भी पौधे रोपने का लक्ष्य दिया गया था.जिसके तहत तहसील प्रशासन ने परिसर में मौजूद पार्क में छायादार पौधे रोपे थे. इन पौधों को रोपने के दौरान तो तमाम बड़ी-बड़ी बाते कहीं गयी, अधिकारी-कर्मचारियों ने तमाम दावे किए, लेकिन सब बाते हवाई हो गयी.पौधे अनदेखी की भेंट चढ़ चुके हैं, कुछेक पौधे जो जीवित थे, उन्हें पशुओ द्वारा नष्ट कर दिया गया।