हरियाणा

प्रॉपर्टी विंग के अधिकारियों की गड़बड़ी से नगर निगम को दस करोड़ रुपये के राजस्व का हुआ नुकसान

Admin Delhi 1
3 Jun 2023 5:11 AM GMT
प्रॉपर्टी विंग के अधिकारियों की गड़बड़ी से नगर निगम को दस करोड़ रुपये के राजस्व का हुआ नुकसान
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गुडगाँव न्यूज़: नगर निगम गुरुग्राम में अधिकारियों की एक ओर बड़ी गड़बड़ी का खुलासा हुआ है. नगर निगम की प्रॉपर्टी विंग के अधिकारियों ने बिना किसी अधिसूचना के 170 प्रॉपर्टी मालिकों को संपत्तिकर में सौ फीसदी छूट दे दी. इनमें संस्थाएं और व्यवसायिक इमारतें शामिल है.

नगर निगम अधिकारियों की इस गड़बड़ी से निगम को लगभग दस करोड़ रुपये के राजस्व का नुकसान हुआ है. इसका खुलासा तत्कालीन शहरी स्थानीय निकाय मंत्री के आदेश पर नगर निगम करवाए गए स्पेशल ऑडिट की रिपोर्ट में हुआ है.

यहां मिलीं सबसे ज्यादा खामियां इसके अलावा सबसे ज्यादा ,खामियां प्रॉपर्टी टैक्स विंग के जोन-1 और 4 में मिली है. वहीं, जोन-2 और 3 में रिकॉर्ड का सही रखरखाव नहीं होने का भी इसमें ऑडिट रिपोर्ट में खुलासा हुआ है. बता दें कि जनवरी 2022 में स्पेशल ऑडिट किया गया था.

67 मालिकों से नहीं वसूला संपत्ति कर

वित्तिय वर्ष 2020-21 में नियमों को दरकिनार कर 67 संपत्तिकर मालिकों को सौ फीसदी की छूट दी गई और उनसे संपत्तिकर नहीं वसूला गया. इसका खुलासा ऑडिट रिपोर्ट में हुआ है. संपत्तिकर नहीं वसूलने के कारण निगम को करीब पांच करोड़ 82 लाख रुपये के राजस्व का नुकसान हुआ है. वहीं जोन-4 में ट्रेड लाइसेंस के 22 हजार 945 भूखंड मौजूद हैं, जिसमें से सिर्फ 51 भूखंड को ही ट्रेड लाइसेंस दिया गया है.

जोन-1 में चहेतों को लाभ पहुंचाने का खुलासा

ऑडिट में खुलासा हुआ है कि निगम के प्रॉपर्टी टैक्स विंग के जोन-1 में निगम अफसरों ने चहेतों को लाभ पहुंचाने के लिए 99 संस्थाएं और 4 व्यवसायिक भवनों के बेसमेंट के संपत्तिकर में सौ फीसदी छूट दी गई थी. यह छूट 2020-21 के वित्तिय वर्ष में दी गई थी. गड़बड़ी से 3 करोड़ 76 लाख के राजस्व का नुकसान हुआ है.

इन भूखंड मालिकों ने कर जमा नहीं कराया

जोन-1 में 1327 भूखंड मालिकों पर 42 करोड़ 73 लाख रुपये का संपत्तिकर बकाया है. अधिकारियों ने इनसे वसूली करने के लिए सिर्फ 225 भूखंड मालिकों को नोटिस दिया गया. मालिकों पर पांच लाख रुपये से ज्यादा का संपत्तिकर बकाया है. बाकी बकायदारों पर रिकवरी के लिए कोई जरूरी कदम तक नहीं उठाए.

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