शिकायत में मृतक के बेटे बलकार ने बताया, 'हम 4 भाई थे। बड़े भाई बलवान की मौत हो चुकी है। उनसे छोटा सत्यवान है, जिसकी कुछ समय पहले ही दूसरी शादी हुई। उससे छोटा सुभाष और सबसे छोटा मैं हूं। मैं अपने परिवार के साथ गांव में किराए के मकान में रहता हूं। भाई सत्यवान समैन गांव की वाल्मीकि चौपाल में रहता है। उनके साथ ही मेरे पिता दौलतराम और मां दर्शन देवी रहते थे, भाई सुभाष भी उसके साथ वाल्मीकि चौपाल में रहता है, लेकिन अलग है।'
बलकार ने बताया है कि सत्यवान की दूसरी शादी जिस महिला से हुई है, उसके पहले से ही 3 बच्चे हैं। बड़ा लड़का अरमान, जो करीब 17 से 18 साल का है। उससे छोटी लड़की का नाम करीना है। वह करीब 15 साल की है। वहीं, सबसे छोटे लड़के का नाम अरुण है। वह भी करीब 12 साल का है। सत्यवान की पहली शादी से भी उसके 4 बच्चे हैं। एक लड़का और 3 लड़कियां। बलकार का कहना है, 'भाई का बड़ा लड़का अरमान आवारा किस्म का है। वह अपने दादा-दादी से झगड़ा करता था। कहता था कि एक दिन इन्हें मार दूंगा। वह चाहता था कि मेरे बन रहे मकान की जगह उसका कमरा बने। मैं अपना घर बना रहा हूं। वह इसका ही विरोध कर रहा था।'