कृषि भूमि पर इमारतों को बनाया, 16 अवैध इमारत तोड़ी जाएंगी
गुडगाँव न्यूज़: जिला नगर योजनाकार प्रवर्तन विभाग ने बिना अनुमति के बनाई गई 16 अवैध इमारतों की पहचान की है. सर्वे में पाया गया कि इन इमारतों को कृषि भूमि पर बना दिया गया. इसके अलावा अन्य कई खामियां भी पाई गई हैं. डीटीपी ने इमारत मालिकों को एक सप्ताह में खुद तोड़ने का नोटिस दिया है. ऐसा नहीं करने पर बुलडोजर चलाकर इमारतों को जमींदोज कर दिया जाएगा.
डीटीपी की ओर से पिछले सप्ताह गैरतपुर बास और सकतपुर गांव में अवैध गतिविधियों का सर्वे कराया गया. दोनों गांव की कृषि भूमि पर विभाग से बिना एनओसी लिए ही इमारतें खड़ी कर दी गई हैं. ये इमारतें एक से लेकर दो मंजिला तक बनाई गई हैं. इनमें रेस्तरां और कैफे का संचालन किया जा रहा है. फायर एनओसी तक नहीं ली गई है. उल्लेखनीय है कि विभाग को अवैध इमारत बनाने की शिकायत मिली थीं. इसके बाद जिला नगर योजनाकार विभाग ने एक गठित की. इसमे जेई, पटवारी आदि को टीम में शामिल कर जांच कराई.
जांच में पाया गया कि गैरतपुर बास और सकतपुर गांव में बिना एनओसी के ही निर्माण किया गया. इमारत के मालिक निर्माण संबंधित कोई भी दस्तावेज टीम को नहीं दिखा सके. टीम ने 16 अवैध इमारतों की पहचान कर रिपोर्ट डीटीपी को सौंप दी थी.
तोड़ने के लिए एक सप्ताह का समय दिया डीटीपी मनीष यादव ने कहा कि सभी को नोटिस दे दिया गया है. इमारत के मालिकों को अवैध निर्माण खुद तोड़ने को कहा गया है. इसलिए एक सप्ताह का समय दिया गया है. ऐसा नहीं करने पर सभी इमारतों को तोड़ा जाएगा. तोड़फोड़ करने का पैसा भी इन्हीं लोगों से वसूल किया जाएगा. उन्होंने कहा कि जांच रिपोर्ट में पाया गया कि एक भी इमारत का नक्शा पास नहीं कराया गया था.
विभाग से एनओसी तक नहीं ली गई. बिल्डिंग प्लान को दरकिनार कर निर्माण किया गया.