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Assam गुवाहाटी : असम के मंत्री पीयूष हजारिका ने कर्नाटक के मंत्री प्रियांक खड़गे और कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे से असमिया लोगों का अपमान करने का आरोप लगाते हुए बिना शर्त माफ़ी मांगने की मांग की है।
हजारिका ने मंगलवार को कहा, "कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के बेटे प्रियांक खड़गे ने यह कहकर असम के लोगों का अपमान किया है कि हमारे पास सेमीकंडक्टर निर्माण इकाई लगाने के लिए कोई पारिस्थितिकी तंत्र नहीं है। यह हमारे लोगों का बहुत बड़ा अपमान है। उन्हें तुरंत असमिया लोगों से माफ़ी मांगनी चाहिए।"
उन्होंने यह भी कहा कि जगीरोड विधानसभा क्षेत्र के नागरिक, जहां सेमीकंडक्टर निर्माण इकाई लगाई जा रही है, मंगलवार को विरोध रैली निकालने वाले हैं। गौरतलब है कि हजारिका जगीरोड विधानसभा क्षेत्र से विधानसभा के लिए चुने गए थे।
मंत्री ने कहा, "असम के लोगों को कई मौकों पर अपमानित करने की कांग्रेस संस्कृति के खिलाफ विरोध जताने के लिए जुलूस निकाला जा रहा है। मैं भी विरोध रैली में हिस्सा लूंगा।" उन्होंने कहा, "प्रियांक खड़गे का बयान पूरी कांग्रेस की मानसिकता को दर्शाता है, क्योंकि उनके पिता मल्लिकार्जुन खड़गे विपक्षी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष की कुर्सी पर हैं। उन्होंने असम के लोगों से कभी प्यार नहीं किया, अन्यथा कांग्रेस नेता राज्य के विकास के लिए पहल कर सकते थे।" याद दिला दें कि प्रियांक खड़गे ने अपने सोशल मीडिया हैंडल पर पोस्ट किया था, "पांच सेमीकॉन मैन्युफैक्चरिंग यूनिट, जिनमें से चार गुजरात में हैं और एक असम में है, लेकिन उनके पास वहां कौशल का पारिस्थितिकी तंत्र नहीं है। उनके पास वहां शोध का पारिस्थितिकी तंत्र नहीं है। उनके पास इनक्यूबेशन का पारिस्थितिकी तंत्र नहीं है। उनके पास नवाचारों का पारिस्थितिकी तंत्र नहीं है...जब चिप डिजाइनिंग की 70% प्रतिभा कर्नाटक में है, तो मुझे समझ में नहीं आता कि सरकार राजनीतिक ताकत का इस्तेमाल करके दूसरे राज्य में क्यों धकेलना चाहती है। यह अनुचित है।" मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने कांग्रेस नेता और कर्नाटक के मंत्री प्रियांक खड़गे द्वारा असम और गुजरात में सेमीकंडक्टर विनिर्माण इकाई स्थापित करने की केंद्र सरकार की आलोचना पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि इस सबसे पुरानी पार्टी का एजेंडा पूर्वोत्तर राज्य के विकास का विरोध करना है।
सीएम सरमा ने अपने एक्स हैंडल पर लिखा, “एक बार फिर, कांग्रेस ने असम के विकास का विरोध करके अपना असली रंग दिखाया है। कर्नाटक के एक मंत्री, जो कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष के बेटे भी हैं, का दावा है कि असम को सेमीकंडक्टर उद्योग की मेजबानी करने का कोई अधिकार नहीं है! मैं असम कांग्रेस के नेताओं से इस विभाजनकारी सोच को खारिज करने और असम के सही विकास और प्रगति के लिए खड़े होने का आग्रह करता हूं।”
(आईएएनएस)
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Rani Sahu
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