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थायराइड को कंट्रोल करने के लिए रोजाना करें जालंधर बंध योग, जानें करने का तरीका

Subhi
12 Jun 2021 5:45 AM GMT
थायराइड को कंट्रोल करने के लिए रोजाना करें जालंधर बंध योग, जानें करने का तरीका
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खराब दिनचर्या, गलत खानपान और तनाव के लिए चलते आजकल थायराइड आम समस्या बन गई है।

खराब दिनचर्या, गलत खानपान और तनाव के लिए चलते आजकल थायराइड आम समस्या बन गई है। यह बीमारी शरीर में थायराइड हार्मोन के अत्यधिक उत्सर्जन के चलते होती है। विशेषज्ञों की मानें तो गर्दन के अंदर तितली की आकार में थायराइड ग्रंथि होती है, जिसे अवटु ग्रन्थि भी कहा जाता है। यह ग्रंथि दो प्रकार के हार्मोन उत्सर्जित करती है। जब ग्रंथि से कम अथवा अधिक हार्मोन निकलने लगता है, तो थायराइड की समस्या होती है। इस स्थिति में शरीर की सभी कोशिकाएं प्रभावित होती हैं। इस बीमारी से महिलाएं अधिक प्रभावित होती हैं। इसके लिए खानपान और रहन-सहन पर विशेष ध्यान देना चाहिए। साथ ही थायराइड के मरीजों को रोजाना एक्सरसाइज करनी चाहिए। इसके अलावा, योग का भी सहारा लिया जा सकता है। योग के कई प्रकार हैं। इनमें एक आसान जालंधर बंध योग है। इस योग को करने से थायराइड कंट्रोल में रहता है। आइए, इस योग के बारे में सबकुछ जानते हैं-

जालंधर बंध योग क्या है
जालंधर बंध हिंदी के शब्दों से मिलकर बना है। आसान शब्दों में कहें तो इस योग के जरिए गर्दन के सहारे शरीर में प्रवाहित होने वाले हार्मोन (तरल पदार्थ) को रोकना है। योग एक्सपर्ट्स जालंधर बंध योग को हठ योग कहते हैं। अध्यात्म जीवन जीने वाले सन्यासी जालंधर बंध योग की प्रैक्टिस करते हैं। इससे थायराइड को कंट्रोल करने में मदद मिलती है। साथ ही रक्त संचार सुचारू रूप से होता है।
कैसे करें जालंधर बंध योग
इसके लिए सबसे पहले समतल भूमि पर एक दरी बिछा लें। अब दरी पर सुखासन मुद्रा में बैठ जाएं। शरीर को एक सीध में रखने की कोशिश करें। खासकर रीढ़ को सीधा रखें। इसके बाद सांस को रोकें और गर्दन को आगे की ओर झुकाएं। गर्दन को इतना झुकाएं कि चिन यानी ठुड्डी छाती को स्पर्श कर लें। इस अवस्था में अपनी शारीरिक क्षमता के अनुसार सांस रोककर रहें। फिर पुनः पहली मुद्रा में आ जाएं। इस क्रम को दोहराएं। रोजाना जालंधर बंध योग करने से थायराइड कंट्रोल में रहता है।


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