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इन आहारों के सेवन से पाया जा सकता है थायराइड से छुटकारा

SANTOSI TANDI
7 Sep 2023 7:46 AM GMT
इन आहारों के सेवन से पाया जा सकता है थायराइड से छुटकारा
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थायराइड से छुटकारा
थायराइड की बीमारी आज के समय में दुनियाभर में बहुत सामान्य समस्या है। हमारे देश में भी थायराइड से हर दिन कई सारे मामले सामने आते हैं। थायराइड रोग पर विभिन्न अध्ययनों से एक अनुमान के अनुसार भारत में लगभग 42 मिलियन लोग थायराइड के रोग से पीड़ित हैं। इस बीमारी के चपेट में सबसे ज्यादा औरतें आती हैं। थायराइड एक हार्मोन नियामक ग्रंथि होती है। इसमें असंतुलन होने से हार्मोन का जरूरत से ज्यादा या कम उत्पादन होन लगता है। थायराइड तितली के आकार की ग्रंथी होती है, जो गर्दन में श्वासनली के सामने होती है। यह एक तरह का हार्मोन है। जो गले में मौजूद थायराइड ग्लैंड से निर्मित होता है। यह शरीर के वजन से लेकर दिमाग तक सभी चीजों को प्रभावित करता है।
अगर शरीर में अधिक मात्रा में इस हार्मोन का प्रोडक्शन होता है, तो आप थायराइड बीमारी के शिकार हो सकते हैं। इस बीमारी के बढ़ते मामले को देखते हुए दुनियाभर में हर साल 25 मई को वर्ल्ड थायराइड डे मनाया जाता है। इस दिन को मनाने का मकसद लोगों को थायराइड के प्रति जागरूक करना है। इस समस्या से राहत पाने के लिए आपको खानपान का विशेष ध्यान रखना चाहिए। ऐसे में कुछ हेल्दी ड्रिंक्स के बारे में बताएंगे, जिनके नियमित सेवन से थायराइड को कंट्रोल कर सकते हैं।
TSH की नॉर्मल रेंज 0.4 -4.0 mIU/L के बीच होती है। अगर इसका लेवल 2.0 से ज्यादा है, तो हाइपोथायरॉडिज्म और स्तर कम होने पर हाइपरथायरायडिज्म कहा जाता है। शुरुआती स्तर पर पहचान हो जाने से इस समस्या को नियंत्रित करने के साथ इससे छुटकारा भी पाया जा सकता है। जबकि देर से पता लगने पर ताउम्र दवा लेनी पड़ती है।
थायराइड की बीमारी को नियंत्रित करने में कुछ आहार कारगर होते हैं। यह आहार किसी सुपरफूड से कम नहीं है। इसमें थायराइड स्वास्थ्य के लिए आवश्यक पोषक तत्व मौजूद होते हैं, जो सभी प्रकार के थायराइड असंतुलन हाइपो, हाइपर और ऑटो इम्यून में फायदेमंद होते हैं।
आंवला
आंवला में संतरे से 8 गुना और अनार से करीब 17 गुना ज्यादा विटामिन सी होता है। यह बालों के लिए सिद्ध टॉनिक है। साथ ही अगर आपकी थायराइड ग्रंथि अतिसक्रिय हो गई है तो आवला थायराइड हार्मोन के उत्पादन को नियंत्रित करके राहत पहुंचाने का काम करता है।
ब्राजील नट्स
सेलेनियम एक सूक्ष्म पोषक तत्व है जो शरीर में थायराइड हार्मोन के चयापचय के लिए आवश्यक है। T4 से T3 के रूपांतरण के लिए सेलेनियम की आवश्यकता होती है और ब्राजील नट्स इस पोषक तत्व के सबसे अच्छे प्राकृतिक स्रोतों में से एक हैं। वास्तव में, एक दिन में तीन ब्राजील नट्स आपको इस शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट और थायराइड खनिज की एक स्वस्थ खुराक देने के लिए पर्याप्त हैं। यह मैग्नीशियम में भी उच्च है।
कद्दू के बीज
कद्दू के बीज मैग्नीशियम और जस्ता का एक समृद्ध स्रोत होता है। विशेष रूप से जस्ता शरीर में अन्य विटामिन और खनिजों को अवशोषित करने में मदद करता है। इसके अलावा शरीर में थायराइड हार्मोन के अधिक या कम होने पर संतुलन को भी बढ़ावा देते हैं।
नारियल
नारियल थायराइड के रोगियों के लिए सबसे अच्छे भोजन में से एक है, चाहे वह कच्चा नारियल हो या नारियल का तेल। यह धीमी और सुस्त दोनों तरह के चयापचय असंतुलन में सुधार करने का काम करता है।
मूंग दाल
बीन्स प्रोटीन, एंटीऑक्सिडेंट, कार्बोहाइड्रेट, विटामिन और खनिजों का भार होता है। मूंग, अधिकांश फलियों की तरह, आयोडीन प्रदान करता है और मूंग के बारे में सबसे अच्छी बात यह है कि यह पचाने में सबसे आसान होता है। इसलिए यह थायराइड के अनुकूल आहार के लिए एक उत्कृष्ट विकल्प होता है जिसका उद्देश्य कम चयापचय दर के प्रभाव को दूर करना है, जो शरीर में कई तरह के विकारों को पैदा करते है।
हल्दी वाला दूध
हल्दी वाला दूध पीने के कई लाभ हैं और इसमें एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटीसेप्टिक गुण होते हैं। यह थायराइड के मरीजों के लिए काफी फायदेमंद होता है। चाहें तो आप इसमें काली मिर्च भी मिक्स कर सकते हैं। इससे थायराइड कंट्रोल हो सकता है।
सेब का सिरका
सेब का सिरका थायराइड हार्मोन को कंट्रोल करने में सहायक है। इसे पीने से पेट लंबे समय तक भरा रहता है। इसके लिए पानी में 1 बड़ा चम्मच सेब का सिरका मिलाएं और खाने के बाद इस ड्रिंक को पी सकते हैं।
छाछ
छाछ प्रोबायोटिक्स का बेहतरीन स्रोत है। इसे पीने से आपका वजन और थायराइज दोनों कंट्रोल रहेगा। इसके अलावा यह पाचन को भी स्वस्थ रखता है। सेहतमंद रहने के लिए डाइट में ताजी छाछ जरूर शामिल करें।
चुकंदर और गाजर का जूस
अगर आप थायराइड से परेशान हैं, तो चुकंदर और गाजर का जूस मिक्स कर पी सकते हैं। यह फाइटोन्यूट्रिएंट्स और लाइकोपीन का एक बेहतरीन स्रोत है। इसमें फाइबर पर्याप्त मात्रा में मौजूद होता है।
थायराइड के मरीजों की डाइट में ग्रीन जूस शामिल कर सकते हैं। इसके लिए ताजे पालक, धनिया पत्ती, पुदीना या ककड़ी का जूस जरूर पिएं। आप इन जूस में नींबू का रस भी मिक्स कर सकते हैं।
हर्बल टी
हर्बल टी में एंटीऑक्सीडेंट, एंटी इंफ्लेमेटरी और एंटी वायरल गुण पाए जाते हैं। इसे रोजाना पीने से सेहत को कई फायदे मिलते हैं। इससे थायराइड के रोगियों को लाभ मिल सकता है।
इन चीजों का भी कर सकते हैं सेवन
एक्सपर्ट बताती हैं कि थायराइड के लिए मटर, पत्तेदार साग, जामुन, गाय का दूध, छाछ का सेवन के फायदेमंद होता है।
थाइराइड में असंतुलन का शरीर पर क्या दिखता है असर
वजन का बढ़ना-घटना
गले में सूजन
मूड स्विंग होना
बाल झड़ना
कमज़ोरी
चिड़चिड़ापन
नींद ना आना
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स्किन ड्राई होना
ठंड लगना
डिप्रेशन
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