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Life Style: सूर्य नमस्कार से रोजाना करें अपने दिन की शुरुआत

Kanchan
21 Jun 2024 7:15 AM GMT
Life Style: सूर्य नमस्कार से रोजाना करें अपने दिन की शुरुआत
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Life Style: योग का लोहाIron न सिर्फ भारत बल्कि पूरी दुनिया मान युक्त है। इसलिए हर साल 21 जून को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस मनाया जाता है। योग को अपने जीवन का हिस्सा बनाना अच्छी सेहत के सफर की ओर आपका पहला कदम हो सकता है। अगर आप रोजाना सूर्य नमस्कार करते हैं तो कई गंभीर बीमारियों से बचाव में मदद मिल सकती है। सदियों से योग को स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद माना जाता है। कई गंभीर बीमारियों में भी योग ने अपना असर दिखाया है। इसलिए योग सिर्फ भारत में ही नहीं, बल्कि दुनिया के कई देशों में भागता जा रहा है।
दुनिया को योग के लाभों के बारे में बताने के लिए
हर साल 21 जून को विश्व योग दिवस (अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस) मनाया जाता है। योग करने से शरीर के हर अंग को लाभ मिलता है। इसलिए शरीर की अलग-अलग समस्याओं के लिए अलग-अलग योगासन किए जाते हैं। लेकिन सूर्यनमस्कार एक ऐसा योग है, जिसमें कई योगासन होते हैं और इसे रोजाना करने से आपकी सेहत को कई फायदे मिल सकते हैं। आइए जानते हैं सूर्य नमस्कार करने से मिलने वाले फायदे सूर्य नमस्कार (सूर्य नमस्कार) का अर्थ होता है, सूर्य को प्रणाम करना, क्योंकि वह पूरी धरती के ऊर्जा का स्त्रोत माना जाता है। इसमें सूर्य को नमन करते हुए 12 अलग-अलग योगासनों को किया जाता है, जिनके नाम हैं-प्राणमासन,हस्तउत्तानासन,पादहस्तासन,अश्व संचालन,दंडासन,अष्टांग नमस्कार,भुजंगासन,अधोमुख शवासन,अश्व संचालन,पादहस्तासन,हस्तउत्तानासन
Hasta Uttanasana
,प्राणमासनइन बारह आसनों को इसी क्रम में किया जाता है। यह देखकर आप समझ सकते हैं कि जिस आसन से हमने शुरुआत की थी, उसे समाप्त भी उसी आसन से करना है। इसे आप अपनी सुविधा और क्षमता के हिसाब से रोजाना कर सकते हैं। सूर्य नमस्कार करने से आपके स्वास्थ्य को कई फायदे मिलते हैं। रोज़ की चिंता के कारण हमारी सेहत पर काफी नकारात्मक प्रभाव पड़ता है। ऐसे में सूर्य नमस्कार करने से उस तनाव से मुक्ति मिलती है। उत्साहित, सूर्य नमस्कार करते समय हमें अपनी साँसों पर ध्यान देना पड़ता है। इससे मन शांत होता है और तनाव, पीड़ा जैसी समस्याओं से राहत मिलती है। इसके अलावा, यह सुबह के समय सूरज की रोशनी में किया जाता है, जिससे विटामिन डी मिलता है, जो डिप्रेशन को कम करने में मददगार हो सकता है।
सूर्य नमस्कार करते समय हमें गहरी और लंबी सांसें लेनी होती हैं, जिससे फेफड़ों की क्षमता बढ़ती है और वे मजबूत होते हैं। साथ ही, गहरी सांस लेने से फेफड़ों की सांस लेने की क्षमता भी बढ़ती है। इसलिए सूर्य नमस्कार करना श्वास प्रणाली के लिए काफी लाभदायक होता है। सूर्य नमस्कार करने से लिवर और किडनी को काफी फायदा पहुंचता है। ये दोनों अंग शरीर से वेस्ट प्रोडक्ट्स को बाहर निकालने का काम करते हैं। इसलिए इससे शरीर को बेहतर तरीके से डिटॉक्स किया जाता है। साथ ही, सूर्य नमस्कार एक सेक्सी कसरत है, जिसे करते समय हमारे शरीर से पसीना आता है। इसलिए ऐसा करते समय पसीने के माध्यम से भी शरीर के टॉक्सिन बाहर निकलते हैं। सूर्य नमस्कार करने से आंतों की सेहत बेहतर होती है और कब्ज और अपच जैसी समस्याएं कम होती हैं। इसमें कुछ आसन ऐसे होते हैं, जिनसे पाचन तंत्र की स्थितियां दूर होती हैं। सूर्य नमस्कार करने से शरीर की चिंगिंग होती है, जिससे ब्लड फ्लो बेहतर होता है। इससे शरीर के सभी संगठनों तक रक्त प्रवाह बेहतर होता है। ब्लड सर्कुलेशन बेहतर होने से ब्लड प्रेशर कंट्रोल होता है और दिल को भी काफी फायदा होता है। सूर्य नमस्कार के आसन दिल की मांसपेशियों को मजबूत बनाते हैं। साथ ही, तनाव कम होने, रक्त परिसंचरण बेहतर होने और लंबी सांसों के माध्यम से ज्यादा ऑक्सीजन शरीर में आने की वजह से दिल पर दबाव कम पड़ता है और वह बेहतर तरीके से काम कर पाता है।
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