लाइफ स्टाइल

Lifestyle: अगर आपको कब्ज की समस्या हैं तो ना करें अनदेखा

Admindelhi1
11 Jun 2024 1:45 AM GMT
Lifestyle: अगर आपको कब्ज की समस्या हैं तो ना करें अनदेखा
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बड़ सकती हैं यह समस्याएँ

लाइफस्टाइल: आजकल लोगों के बीच कब्ज की समस्या आम बात हो गई है। जिसका मुख्य कारण अस्वस्थ खान-पान,सुस्त जीवनशैली,खाने में फाइबर की कमी, पानी नहीं पीना और तनाव है। कब्ज की समस्या व्यक्ति को किसी भी उम्र में हो सकती है। इस समस्या से पीड़ित व्यक्ति का पेट साफ नहीं होता और उसे मल त्याग करने में काफी दिक्कत आती है। इतना ही नहीं कब्ज होने पर व्यक्ति को भूख कम लगने के साथ मिचली आना, पेट में दर्द, अधिक तनाव और थकान महसूस हो सकता है।

क्या है कब्ज की समस्या: पाचन तंत्र जब ठीक से काम न करे और व्यक्ति को मल त्याग करते समय कठिनाई महसूस हो रही हो या फिर उसे जोर लगाना पड़े तो उस स्थिति को कब्ज कहते हैं। कब्ज की इस स्थिति में मल सख्त,सूखा और दुर्गंधपूर्ण होता है। कब्ज अगर ज्यादा पुरानी हो जाए तो ये इन 5 बड़े रोगों का कारण भी बनने लगती है।

कब्ज के कारण होने वाले रोग

बवासीर

बवासीर काफी पीड़ादायक बीमारी है। इस बीमारी में गुदा के अंदर या बाहर मस्से बन जाते हैं। बवासीर दो तरह का होता है-खूनी बवासीर और बादी बवासीर। बवासीर के लक्षणों की बात करें तो इसमें पेट साफ न होना,शौच के दौरान दर्द,गुदा के आस-पास सूजन या गांठ और बार-बार मल त्याग की इच्छा होना शामिल हैं।

मानसिक समस्याएं

कब्ज पीड़ित लोगों में अक्सर आलस्य, नींद न आना या पर्याप्त नींद न लेना,उदासी, बेवजह चिंता होना, निराशा, किसी भी काम में मन न लगना, भूख न लगना आदि जैसे लक्षण नजर आते हैं। शोध से पता चलता है कि सेरोटोनिन नामक हार्मोन व्यक्ति के मन को प्रसन्न रखता है। लेकिन कब्ज की वजह से उसके स्राव में कमी आने लगती है। नतीजतन, व्यक्ति का मन अकारण उदास रहता है। लंबे समय तक यह समस्या बने रहने पर व्यक्ति को चिंता,तनाव,अवसाद और हाई ब्लड प्रेशर जैसी परेशानियां शुरू हो जाती हैं।

एनल फिशर

जब गुदा या उसकी नलिका में कोई कट बन जाता है, तो उसे एनल फिशर कहते हैं। यह समस्या कठोर मल त्याग करने की वजह से होती है। इस समस्या में भी व्यक्ति को दर्द के साथ खून निकलना, लंबे समय तक कब्ज की समस्या बने रहने के साथ गुदा के आसपास खुजली-जलन होने लगती हैं।

यूरिनरी रिटेंशन

मूत्राशय का पूरी तरह से खाली न हो पाना, यूरिनरी रिटेंशन होता है। लंबे समय तक बनी रहने वाली इस स्थिति में मूत्र त्याग करते समय मूत्राशय पूरी तरह से खाली नहीं होता है। यह बीमारी बेहद गंभीर और दर्दनाक हो सकती है। इसके लक्षण दिखते ही तुरंत डॉक्टर से सलाह लें।

फेकल इनकंटीनेंस

फेकल इनकंटीनेंस आंतों से जुड़ी समस्या है। जो ज्यादातर अधिक उम्र के लोगों में देखने को मिलती है। फेकल इनकंटीनेंस की समस्या कब्ज,गैस की वजह से भी हो सकती है।

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