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जानिए कच्चा केला का सेहत के लिए क्या है फायदे

Tara Tandi
6 Aug 2021 2:34 PM GMT
जानिए कच्चा केला का सेहत के लिए क्या है फायदे
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डायबिटीज के मरीज़ खाने-पीने की चीजों का सेवन बेहद सोच समझकर करते हैं।

जनता से रिश्ता वेबडेस्क| डायबिटीज के मरीज़ खाने-पीने की चीजों का सेवन बेहद सोच समझकर करते हैं। शुगर के पेशेंट चीनी या मिठाईयों से ही परहेज नहीं करते बल्कि हर उस फ्रूट्स से भी परहेज़ करते हैं जिनमें चीनी की मात्रा ज्यादा मौजूद होती है। केला एक ऐसा फ्रूट है जिससे शुगर के मरीज़ परहेज़ करते हैं। केले के बारे में लोगों की धारणा है कि इसके सेवन से ब्लड में शुगर का स्तर बढ़ जाता है। लेकिन आप जानते हैं कि कच्चा केला डायबिटीज के मरीज़ों की सेहत के लिए बेहद फायदेमंद है। कच्चे केले का इस्तेमाल हम लोग सब्जी और चिप्स बनाने में करते है, इसके सेवन से शुगर लेवन कंट्रोल रहता है, साथ ही सेहत को कई तरह के फायदे भी होते हैं। आइए जानते हैं कि शुगर के मरीज़ों के लिए कच्चा केला किस तरह फायदेमंद है।

पाचन को दूरुस्त रखता है कच्चा केला:

फाइबर से भरपूर कच्चा केला पाचन को ठीक रखता है। कब्ज़ की शिकायत रहती है तो कच्चा केला का सेवन करें। केला में मौजूद फाइबर आपका पाचन ठीक रखेगा। आप कच्चे केला का इस्तेमाल उबाल कर एक चुटकी नमक के साथ कर सकते हैं। इससे आपके पेट की सेहत काफी अच्छी बनी रहती है

इम्यून सिस्टम को इंप्रूव करता है:

कच्चा केला में पोटैशियम भरपूर मात्रा में मौजूद रहता है, जो इम्यूनिटी को इंप्रूव करता है। इसके सेवन से बॉडी दिन भर एक्टिव रहती है। शुगर के मरीज़ नाश्ते में इसकी सब्जी बनाकर सेवन कर सकते हैं

सेहतमंद स्टॉर्च करता है शुगर कंट्रोल:

एंटी-ऑक्सीडेंट्स से भरपूर कच्चे केले में सेहतमंद स्टार्च मौजूद होता है जो शुगर नहीं बढ़ाता। शुगर के मरीज़ कच्चा केला खा सकते


दिल की सेहत का ध्यान रखता है:

कच्चा केला में पोटैशियम पाया जाता है जो किडनी फंक्शन के लिए जरूरी है। पोटैशियम ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करता है, साथ ही दिल की सेहत का भी ख्याल रखता है।

वज़न कंट्रोल रखता है केला:

कच्चे केले में मौजूद डाइट्री फाइबर जल्दी नहीं पचते, जिसकी वजह से आपको लंबे समय तक भूख नहीं लगती। आप ओवर ईटिंग से बचते हैं तो आपका वजन कंट्रोल रहता है।

डिस्क्लेमर: स्टोरी के टिप्स और सुझाव सामान्य जानकारी के लिए हैं। इन्हें किसी डॉक्टर या मेडिकल प्रोफेशनल की सलाह के तौर पर नहीं लें। बीमारी या संक्रमण के लक्षणों की स्थिति में डॉक्टर की सलाह जरूर लें।

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