लाइफ स्टाइल

व्रत में एनर्जेटिक बने रहने के लिए इन बातों का रखें ध्यान

Apurva Srivastav
9 April 2024 4:11 AM GMT
व्रत में एनर्जेटिक बने रहने के लिए इन बातों का रखें ध्यान
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लाइफस्टाइल : चैत्र नवरात्र हिंदुओं का एक पवित्र त्योहार है, जो 9 दिनों तक चलता है। देवी दुर्गा की आराधना का यह महापर्व 9 अप्रैल से शुरू हो चुका है, जो राम नवमी के साथ समाप्त होगा। नवरात्र के इन नौ दिनों में देवी के विभिन्न स्वरूपों की पूजा-अर्चना की जाती है। नवरात्र में कई लोग नौ दिनों का व्रत रखते हैं। कुछ लोग एक समय फलाहार लेते हैं, तो कुछ बिना फलाहार के ही पूरे नौ दिन का व्रत रखने का संकल्प लेते हैं। तरीका कोई भी हो व्रत पूरा करने के लिए शरीर में एनर्जी होना जरूरी है, तो इसके लिए किन बातों का रखना है खास ध्यान, जान लें इसके बारे में।
फुल डाइट का ऑप्शन रखें
कुछ लोग पूरे दिन में सिर्फ एक बार फलाहार लेते है, तो ऐसे में फुल डाइट लें। फुल डाइट मतलब जिसमें दूध से बने खाद्य पदार्थों से लेकर सब्जियां, फल, मेवे आदि शामिल हों। मीठे में अखरोट का हलवा, रसगुल्ला, संदेश, रबड़ी आदि लें।
एक टाइम खाना खाएं, तो ध्यान दें
उपवास के दौरान अगर आप सिर्फ एक वक्त खाना खा रहे हैं, तो रात के बजाय दिन में भोजन करें। दिन भर कुछ नहीं खाने के बाद रात में भोजन करने से शरीर को उसे पचाने में दिक्कत होती है। साथ ही इससे शरीर को पोषण भी नहीं मिल पाता है। व्रत खोलने के लिए पराठे खा सकते हैं। रोटी या पराठे जो भी खाने वाले हैं उसका आटा दूध से गूंथ सकते हैं। दूसरा ऑप्शन सब्जी- सामक चावल का है। इनके साथ छाछ और नारियल या मावे की मिठाई खाएं।
डाइट की मात्रा धीरे-धीरे बढ़ाएं
अमूमन लोग पूरे नौ दिन व्रत रखने के बाद जब व्रत खोलते हैं, तो एक साथ बहुत ज्यादा मात्रा में खाना खा लेते हैं। जो बहुत ही गलत तरीका है। व्रत खोलने के बाद तुरंत बाद कभी भी एक साथ ज्यादा खाना नहीं खाना चाहिए। तीन-चार दिन बाद धीरे-धीरे भोजन की मात्रा बढ़ानी चाहिए। अचानक से बहुत ज्यादा सॉलिड फूड गर्मियों में तो खासकर अवॉयड करना चाहिए।
साबूदाना लें तो रखें खास ध्यान
व्रत में ज्यादातर लोग आलू चिप्स, साबूदाना वड़ा या कुट्टू के आटे के पकौड़े खाना पसंद करते हैं। क्योंकि ये स्वादिष्ट होने के साथ ही पेट भरने का भी काम करते हैं, लेकिन आलू हो या साबूदाना, दोनों में ही कैलोरी की बहुत ज्यादा मात्रा होती है इसलिए इनका सीमित मात्रा में ही सेवन करें। साबूदाना वड़ा खाने में तो बहुत अच्छा लगता है, लेकिन डीप फ्राई होने की वजह से ये अनहेल्दी बन जाते हैं, तो इसका झटपट से बन जाने वाला हेल्दी ऑप्शन है साबूदाने की खिचड़ी। व्रत के दौरान बहुत ज्यादा तेल या घी का भी इस्तेमाल न करें।
फलाहार को बांट सकते हैं चार हिस्सों में
सुबह नाश्ते में दूध, सेब, केला फलों के साथ इसका शेक ले सकते हैं।
दोपहर के भोजन में सिंघाड़े के आटे की रोटी, लौकी की सब्जी, दही शामिल करें।
शाम को लस्सी, बिना तेल-घी में भूनी मूंगफली, मखाने या सूखे मेवे खाएं।
रात का भोजन सोने से दो घंटे पहले कर लें। जिससे इसे पचने का समय मिल सके। डाइट में सामक चावल के साथ आलू-टमाटर की सब्जी या राजगीरे का उपमा सही रहेगा। ये हल्के होने के साथ-साथ हेल्दी भी होते हैं।
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