- Home
- /
- लाइफ स्टाइल
- /
- पीठ दर्द से पाना है...
जनता से रिश्ता वेबडेस्क | पीठ का दर्द शहरी लोगों की आर्थोपेडिक समस्याओं में से एक प्रमुख समस्या है. घर से काम करने के साथ दर्द लॉकडाउन के बाद ज्यादा बढ़ गया है. पीठ का दर्द मुख्य रूप से खराब आसन के चलते होता है.आपके बैठने की पोजिशन से पीठ दर्द का अनुमान लगाया जा सकता है. ज्यादा समय गुजरने पर दर्द बढ़कर गर्दन और सिर तक पहुंच जाता है. पीठ के दर्द का खतरा कुछ खास पौष्टिक तत्वों की कमी, तनाव और गतिहीन जीवन शैली से भी बढ़ता है
पीठ दर्द से पाना है राहत तो अपनाए ये टिप्स
आसन ठीक करें
सिर, कंधा और कमर को सीधी रेखा में रखें. आगे की तरफ झुकाने से बचें. बैठने की सही पोजिशन आपके दर्द को कम करने में मददगार साबित होगी. तीन सप्ताह के प्रयास से ठीक आसन खुद ब खुद काबू में आ सकता है.
बार-बार ब्रेक
पीठ का दर्द मुख्य रूप से ज्यादा बैठने से उठता है. इसलिए, जरूरी है कि बार-बार ब्रेक लिया जाए. पीठ दर्द के मरीजों की अक्सर शिकायत हर दिन कंप्यूटर पर 8-10 घंटे बैठने की होती है. आदर्श रूप में हर 45 मिनट से एक घंटे के बाद 30 सेकंड से लेकर एक मिनट का ब्रेक लिया जा सकता है. कुछ लोग काम में इतने मशगूल हो जाते हैं कि मामूली ब्रेक लेने का भी उन्हें याद नहीं रहता. इसलिए, बेहतर है कि प्रमुख रणनीति के तौर पर मोबाइल में रिमाइंडर सेट कर लेें. जिससे हर एक घंटे पर ब्रेक लेने की याद ताजा हो सके.
व्यायाम
मामूली ब्रेक के दौरान हल्का व्यायाम भी करना चाहिए. व्यायाम का फोकस गर्दन, कंधा और पीठ पर होना चाहिए. पेट के बल लेटकर दोनों हाथों को तिरछा कर शरीर को स्ट्रेच करें. याद रहे आपका सिर बेड या चौकी से नहीं सटना चाहिए. रीढ़ की हड्डी में खिंचाव को दूर करने के लिए कुर्सी पर बैठकर गर्दन को पीछे की तरफ ले जाएं.फिर आगे की तरफ वापस आएं. इस तरह कई बार व्यायाम को दोहराएं. इसके अलावा, फिजियोथेरेपिस्ट आपको उचित व्यायाम का तरीका बता सकता है.
पानी
पीठ दर्द का मुकाबला करने के लिए जरूरी है कि खुद को रिहाइड्रेट रखा जाए क्योंकि डिहाइड्रेशन मांसपेशियां में खिंचाव और पीठ समेत गर्दन की अकड़ पैदा करता है. हालांकि, रोजाना पानी पीने की मात्रा की निर्भरता कई फैक्टर पर होती है. फिर भी, आप एक दिन में 3 लीटर पानी पी सकते हैं.
सोने की पोजिशन
अच्छी नींद पीठ दर्द कम करने में चमत्कार कर सकती है. दूसरी तरफ, खराब सोने का आसन अक्सर दर्द उभारने को प्रेरित करता है. आपकी नींद के साथ गर्दन, पीठ दर्द में बिस्तर की भी भूमिका होती है. इसलिए, आपको ठोस गद्दे पर और ऐसी पोजिशन में सोना चाहिए जहां आपकी रीढ़ की हड्डी सीधी रह सके. अच्छी तकिया का होना भी बहुत जरूरी है. तकिया तटस्थ स्थिति में आपकी गर्दन को काबू में रखता है. सोने की सबसे अच्छी पोजिशन बाएं तरफ या सीध में सोना है. जबकि, पेट के बल सोने की आदत आम तौर से पीठ दर्द को बढ़ाती है.
फिजियोथेरेपी
अगर आप लंबे समय से पीठ दर्द का सामना कर रहे हैं, तो फिजियोथेरेपिस्ट से मुलाकात करना चाहिए. उचित मुआयना के बाद, फिजियोथेरेपिस्ट रीढ़ की हड्डी की लामबंदी, नरम ऊत्तकों की रिलीज और मशीन आधारित इलाज को चुनेगा. इसके अलावा, उचित व्यायाम की भी जानकारी देगा. उसकी मदद से आपको आसनीय सुधार का मार्गदर्शन मिलेगा. लंबे समय के लिए उसका सुझाव इलाज की सबसे अहम रणनीति साबित होगी.