लाइफ स्टाइल

गैस्ट्रिक या एसिडिटी की समस्या से हैं बेहद परेशान तो रोज़ाना करें ये 2 योगासन

Admindelhi1
6 Jun 2024 1:45 AM GMT
गैस्ट्रिक या एसिडिटी की समस्या से हैं बेहद परेशान तो रोज़ाना करें ये 2 योगासन
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जाने योगासन करने का तरीका

लाइफ़स्टाइल: बिजी लाइफस्टाइल, गलत खान-पान और वर्कआउट न करने की वजह से ज्यादातर लोग एसिडिटी और पेट में गैस बनने की समस्या से परेशान रहते हैं। अगर आप भी रोज सुबह उठते ही पेट फूला हुआ महसूस करते हैं तो ये 2 योगासन एसिडिटी और पेट फूलने की समस्या को दूर करने के साथ पेट की गैस को भी दूर करने में मदद कर सकते हैं।

बालासन: बालासन करने से शरीर को आराम मिलता है और धीरे-धीरे पेट के अंगों की मालिश होती है, जिससे पेट में फंसी गैस बाहर निकल जाती है। यह आसन न सिर्फ गैस की समस्या में मदद करता है बल्कि तंत्रिका तंत्र को शांत करता है और तनाव को कम करता है। जिससे व्यक्ति का पाचन बेहतर होता है। बालासन करने के लिए सबसे पहले योगा मैट पर घुटनों के बल बैठ जाएं। इसे करते समय आपके कूल्हे आपके टखनों पर होने चाहिए और दोनों घुटने सामने की तरफ एक दूसरे को छूने चाहिए। साथ ही दोनों पैरों के पंजे पीछे की तरफ आपस में मिले होने चाहिए। अब सांस लेते हुए अपने दोनों हाथों को ऊपर की ओर ले जाएं और सांस छोड़ते हुए अपने हाथों को मुंह के सामने नीचे लाएं और इतना झुकें कि आपका पेट आपके घुटनों को छूने लगे। ध्यान रखें कि इसे करते समय आपको पीठ से उठना नहीं है। अब अपने हाथों को थोड़ी देर के लिए आगे की ओर तानकर रखें, अब सांस लेते हुए फिर से उठें और सांस छोड़ते हुए हाथों को ध्यान की मुद्रा में ले जाएं। ऐसा करने से आपका एक सेट पूरा हो जाता है। इसे आपको 3 से 4 बार करना है।

अपानासन: अपानासन मुद्रा आपके पेट पर सीधा दबाव डालती है, जिससे पेट में फंसी गैस बाहर निकलने में मदद मिलती है। यह मुद्रा पेट के अन्य हिस्सों को हल्की मालिश देती है और बेचैनी और सूजन की समस्या को दूर करने या कम करने में मदद करती है। अपानासन करने के लिए सबसे पहले जमीन पर योगा मैट बिछाकर पीठ के बल सीधे लेट जाएं। इसके बाद अपने दोनों घुटनों को ऊपर की ओर मोड़ें। ऐसा करते समय सांस छोड़ें और दोनों घुटनों को छाती से जोड़ने की कोशिश करें। अब अपने दोनों हाथों से घुटनों को ठीक से पकड़ें। ऐसा करते समय इस बात का खास ख्याल रखें कि आपके कंधे जमीन पर टिके हों। कुछ देर इसी मुद्रा में रहें और फिर सांस लेते हुए सामान्य अवस्था में आ जाएं।

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