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लाइफस्टाइल :भारत योग का उद्भव देश है, जहां पर हजारों सालों सालों से योग और मेडिटेशन किया जा रहा है। इसमें योग मुद्राएं भी शामिल हैं। वेदों के अनुसार, मुद्राओं का काफी महत्व माना गया है। योग मुद्राएं शारीरिक शक्ति को मजबूत करने के साथ ही इंसान को मानसिक रूप से भी स्वस्थ बनाती हैं। इसके अभ्यास से कई तरह की बीमारियां कोसों दूर रहती हैं। योग मुद्राओं को करते हुए गौतम बुद्ध और भगवान महावीर की मूर्तियों को तो देखा ही होगा। भगवान बुद्ध को ज्यादातर ध्यान मुद्रा में देखा होगा, जो हस्त मुद्राओं की खास स्थिति होती है। मुद्राओं को योग के साथ ही मेडिटेशन में भी इस्तेमाल किया जाता है। भारत के शास्त्रीय नृत्य जैसे, कथक, मोहिनीअट्टम, भरतनाट्यम, कथकली, कुचिपुड़ी आदि नृत्यों में हस्त मुद्राओं का काफी प्रयोग किया जाता है। आइये जानते हैं इन हस्त मुद्राओं और उनके फायदों के बारें में- ध्यान मुद्रा ध्यान मुद्रा का इस्तेमाल ज्यादातर मेडिटेशन के लिए होता है। इसमें दोनों हथेलियां शरीर के बीच में पेट के पास रखी जाती हैं। हाथों की कलाईयों को जांघों पर रख कर दोनों हाथों की अंगुलियां एक-दूसरे से मिलाई जाती है। ध्यान मुद्रा के फायदे 1.ध्यान मुद्रा के डेली प्रेक्टिस से मन शांत होता है। 2.ध्यान मुद्रा से दिमाग को आराम मिलता है। 3.मेडिटेशन से मेंटल हेल्थ मेंट्रेंड में है आलिया भट्ट ज्ञान मुद्रा ज्ञान मुद्रा का अभ्यास भौतिक जगत से खुद को अलग करने में होता है।इसमें हाथ की तर्जनी अंगुली को अंगूठे से स्पर्श किया जाता है। ज्ञान मुद्रा के फायदे 1.शरीर में वायु तत्व बढ़ता है। 2.रचनात्मक सोच का विकास होता है। 3.याददाश्त को बढ़ाता है। 4.ये थकान, आलस्य और मेंटल स्ट्रेस को दूर करता है। आकाश मुद्रा मन की शांति के लिए,इस मुद्रा में मध्यमा अंगुली के पोर को अंगूठे से टच करवाया जाता है। आकाश मुद्रा के फायदे 1.शरीर में आकाश तत्व बढ़ता है। 2.बुरे विचारों को कम करता है। 3.क्रोध को नियंत्रित करता है। 4.पाचन संबंधी समस्याओं को दूर करने में लाभदायक पृथ्वी मुद्रा पृथ्वी मुद्रा से शक्ति का विकास होता है।इस मुद्रा में अनामिका या रिंग फिंगर को अंगूठे से स्पर्श किया जाता है। पृथ्वी मुद्रा के फायदे 1.शरीर में अग्नि तत्व को कम करता है। 2.हीलिंग को तेज करता है। 3.थकान से आराम देता है। 4.कमजोर हड्डियों, बाल और नाखूनों के लिए फायदेमंद। 5.मेटाबॉलिक सही करता है। योग गुरु से सलाह जरूर लें योग विज्ञान के अनुसार, कुल 399 से अधिक मुद्राएं होती हैं। योग मुद्राओं के अभ्यास के लिए आपको किसी योग गुरु या योगा टीचर से सीख लेना चाहिए, इनकी सलाह बहुत जरूरी है, बिना सलाह के योग मुद्रा ना करें।
Manish Sahu
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