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इम्युनिटी बढ़ाने से लेकर डायबिटीज कंट्रोल करने में मददगार हैं आंवले का जूस, जानिए इसके फायदे

Tara Tandi
26 Jun 2022 6:45 AM GMT
इम्युनिटी बढ़ाने से लेकर डायबिटीज कंट्रोल करने में मददगार हैं आंवले का जूस, जानिए इसके फायदे
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शरीर के बेहतर स्वास्थ्य के लिए इम्युनिटी का मजबूत होना कितना आवश्यक है

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। शरीर के बेहतर स्वास्थ्य के लिए इम्युनिटी का मजबूत होना कितना आवश्यक है, कोरोना काल ने यह हम सभी को अच्छी तरह से समझा दिया है। शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने के लिए हम सभी ने कई तरह के उपाय भी किए, आहार में बदलाव से लेकर नियमित व्यायाम जैसी आदतें लोगों ने अपनाई। पर क्या इम्युनिटी को मजबूती देना वास्तव में बहुत कठिन है? विशेषज्ञ कहते हैं, बिल्कुल नहीं। प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करना एक सतत प्रक्रिया है, यानी कि इसके लिए आपको रोजाना प्रयास करते रहने चाहिए।

आहार में कुछ चीजों को शामिल करना इसमें आपके लिए विशेष मददगार हो सकता है, आंवला ऐसा ही एक करिश्माई फल है।
वैसे तो इस मौसम में आंवले उपलब्ध नहीं होते हैं पर आप आंवले के जूस को प्रयोग में ला सकते हैं। अध्ययनों से पता चलता है कि आंवले के जूस का नियमित सेवन इम्युनिटी बढ़ाने से लेकर डायबिटीज-कोलेस्ट्रॉल कंट्रोल करने तक में आपके लिए काफी मददगार हो सकता है। आंवला में विटामिन-सी की प्रचुर मात्रा पाई जाती है जो शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने के साथ कई तरह के अन्य लाभ भी प्रदान करती है। आइए इससे होने वाले फायदों के बारे में जानते हैं।
इम्युनिटी बढ़ाने का सबसे प्रभावी उपाय
शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने के लिए आंवला के रस का सेवन करना आपके लिए विशेष लाभप्रद हो सकता है। आंवला का रस विटामिन-सी का अच्छा स्रोत माना जाता है जो पानी में घुलनशील विटामिन है एंटीऑक्सीडेंट के रूप में कार्य करता है। आंवले के रस का सेवन शरीर की प्रतिरक्षा कोशिकाओं के कामकाज को ठीक रखने में मदद करता है। अध्ययनों की एक समीक्षा के अनुसार, विटामिन-सी कुछ प्रकार के संक्रमणों को रोकने में भी मदद कर सकता है।
पाचन को ठीक रखने में सहायक
आंवले को पाचन के लिए काफी कारगर माना जाता है। गैस्ट्रोओसोफेगल रिफ्लक्स की समस्या को ठीक करने में आंवले के रस के सेवन के लाभ के बारे में पता चलता है। गैस्ट्रोओसोफेगल रिफ्लक्स (जीईआरडी) वाले 68 लोगों पर किए गए एक अध्ययन से पता चला है कि आंवला के अर्क का 4 सप्ताह तक रोजाना दो बार सेवन हार्टबर्न और पाचन की अन्य कई तरह की समस्याओं को कम करने में आपके लिए सहायक हो सकता है।
डायबिटीज में देख गए इसके लाभ
कुछ अध्ययनों से पता चलता है कि डायबिटीज की समस्या में आंवले के रस का नियमित सेवन करना न सिर्फ ब्लड शुगर को कंट्रोल करने में आपके लिए सहायक है, साथ ही यह मधुमेह के विकास को भी रोक सकता है। आंवले में डायट्री फाइबर की भी मात्रा पाई जाती है जो इसे बेहतर पाचन के लिए उपयुक्त बनाती है। फाइबर वाली चीजों के सेवन को डायबिटीज में भी काफी असरदार पाया गया है।
कोलेस्ट्रॉल को भी करता है कंट्रोल
अध्ययनों से पता चलता है कि आंवला का रस, हृदय के स्वास्थ्य में सुधार कर सकता है। एक अध्ययन में पाया गया कि आंवला के जूस का सेवन करने वाले लोगों में 12 सप्ताह के भीतर बैड कोलेस्ट्रॉल के स्तर में कमी देखी गई। यह धमनियों में कोलेस्ट्रॉल को जमा होने से बचाने में भी सहायक है। कोलेस्ट्रॉल कंट्रोल रहने से हृदय रोगों का जोखिम कम हो जाता है।
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