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जनता से रिश्ता बेवङेस्क | हेल्दी खाना हम सभी के लिए अपनी लाइफ स्टाइल में अहम होना चाहिए क्योंकि यह लंबे वक्त तक हमें कई बीमारियों और वायरस से लड़ने के काबिल बनाता है. यह हमारे शरीर में बीमारियों से लड़ने के लिए प्रतिरोधक क्षमता पैदा करता है और बीमारी में भी हमें ऊर्जावान बनाए रखता है. न्यूट्रिएंट्स वैल्यू के हिसाब से देखा जाए तो ब्रोकली और कैल दोनों ही इस मामले में विनर हैं क्योंकि दोनों में ही विटामिन, पोषक तत्व, खनिज, फाइबर और एंटीऑक्सिडेंट भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं. अब जब दोनों ही सेहतमंदी के गुणों का खजाना है तो इनमें से किसका चुनाव खाने के लिए करना चाहिए खुद में एक सवाल है, जिसका जवाब हम नीचे इन दोनों के गुणों के बारे में जानने के बाद कर पाएंगे.
ब्रोकलीः
ब्रोकली निश्चित रूप से सबसे अधिक नापसंद की जाने वाली सब्जी है क्योंकि इसका एक विशिष्ट स्वाद है. लेकिन इसके बाद भी यह एक सुपरफूड के रूप में जानी जाती है क्योंकि यह कैलोरी में कम है और सेहत के लिए सुपर फायदेमंद है. ब्रोकली के बेस्वाद होने की वजह से बच्चे इसे कच्चा खाना बिल्कुल नहीं पसंद करते हैं, इसलिए कई लोग इस सब्जी को दिलचस्प और खाने लायक बनाने के लिए अलग-अलग तरह से पकाते हैं ताकि बच्चे बगैर न नुकर के इसे खा लें. आप ब्रकली का सूप बना सकते हैं या इसमें नमक, काली मिर्च और नींबू निचोड़ कर अपने रोजाना के सलाद में मिलाकर खा सकते हैं. आप ब्रोकली को स्टीम कर सकते हैं और इसे साइड डिश, ग्रिल्ड या तलकर खा सकते हैं. इसे चावल या ग्रेवी के साथ भी मिला सकते हैं.
कैल या करमसागः
कच्चा कैल यानी करमसाग अधिक फायदेमंद होता है. हालांकि इसका स्वाद बेहद कड़वा होता है और यह ब्रोकली की तुलना में बेहद अरुचिकर स्वाद लिए होता है. कैल कई पोषक तत्वों और विटामिन का खजाना है, यह निश्चित रूप से डायबिटीज, मोटापे और हेल्थ की परेशानियों से जूझ रहे लोगों के लिए बेहद फायदेमंद है.यह शरीर से विषाक्त पदार्थों को निकालने में मदद करता है और बीमारियों से लड़ने के लिए शरीर को मजबूत बनाता है. आप इसमें ऑलिव ऑयल, नींबू का रस और नमक मिलाकर सलाद तैयार कर सकते हैं. या इसे सलाद बेस के तौर पर इस्तेमाल कर सकते हैं. आप इसे जूस में भी मिला सकते हैं और इसे हेल्दी डिटॉक्स ड्रिंक के तौर पर भी पी सकते हैं.
कैलोरी की तुलनाः
ब्रोकली में लगभग 34 कैलोरी होती है और ब्रोकली की बेहद कम मात्रा में भी आपको भरपूर न्यूट्रीएंट्स मिलते हैं. वहीं कैल में प्रति 100-ग्राम 49 कैलोरी होती है और यदि आप इसे रोज खाते हैं तो इसका मतलब है कि ब्रोकली की तुलना में अधिक कैलोरी ले रहे हैं.
पोषक तत्व का अंतरः
जब पोषक तत्वों और प्रोटीन की मात्रा की बात आती है, तो ब्रोकली में कैल की तुलना में प्रोटीन की मात्रा कम होती है. कैल में लगभग 8 फीसदी प्रोटीन होता है, तो ब्रोकली में 5 फीसदी प्रोटीन ही होता है.
नतीजाः
ब्रोकली और कैल दोनों कैलोरी में हल्के हैं. हालांकि, इन दोनों में अंतर प्रोटीन की मात्रा के बीच है. जहां ब्रोकली में कैलोरी की मात्रा कम होती है, वहीं कैल में प्रोटीन और विटामिन की मात्रा अधिक होती है. ब्रोकली की तुलना में कैल आपको प्रोटीन और विटामिन की अधिक मात्रा देता है. लेकिन कहते हैं न कि किसी भी चीज की अति सही नहीं होती है. आप ब्रोकली को रोज खा सकते हैं, लेकिन कैल यानी करम साग को नहीं. हालांकि एक तरह की गोभी जैसा ही होता है. कैल कैंसर होने के खतरे को कम करने के लिए जाना माना है. ब्रोकली और कैल दोनों ही बेहद कारगर तरीके से कोलेस्ट्रॉल के लेवल को कम करने में फायदेमंद होते हैं. हालांकि कैल शरीर के लिए अधिक फायदेमंद साबित होता है, लेकिन इसका सेवन कम मात्रा में किया जाए तो ही बेहतर है.