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पीरियड्स रुकने के बाद महिलाओं में बढ़ जाता है मानसिक बीमारियों का खतरा, मेनोपॉज के बाद रखें ध्यान

Bhumika Sahu
9 July 2022 12:04 PM GMT
पीरियड्स रुकने के बाद महिलाओं में बढ़ जाता है मानसिक बीमारियों का खतरा, मेनोपॉज के बाद रखें ध्यान
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पीरियड्स

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। मेनोपॉज यानी रजोनिवृत्ति के बाद महिलाओं के ब्रेन में हाइपरिंटेंसिटी नामक बायोमार्कर अधिक हो सकता है। यह प्रीमेनोपॉजल महिलाओं या उसी उम्र की पुरुषों की तुलना में ज्यादा होता है। अमेरिकी एकेडमी ऑफ न्यूरोलॉजी के नए स्टडी में यह बात सामने आई है। इन ब्रेन बायोमार्करों को कुछ स्टडीज में स्ट्रोक, अल्जाइमर रोग से जोड़कर देखा गया है।

मतलब मेनोपॉज के बाद महिलाओं में मानसिक बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है। ऑस्ट्रेलिया की मोनाश यूनिवर्सिटी के रिसर्चर्स दावा किया है कि दो-तिहाई महिलाएं मेनोपॉज के दौरान 'ब्रेन फॉग' का शिकार होती हैं। इनमें से कई औरतों में डिमेन्शिया का खतरा होता है। इस स्टडी के मुताबिक मेनोपॉज के वक्त महिलाओं में भूलने, सोचने-समझने की शक्ति कम हो जाती है।
मेनोपॉज क्या होता है
मेनोपॉज का अर्थ होता है पीरियड्स का हमेशा के लिए खत्म हो जाना। महिला जब 45 से 50 की उम्र में पहुंचती हैं तो उनका पीरियड्स खत्म हो जाता है। इसके बाद महिला प्रेग्नेंट नहीं होती हैं। इतना ही नहीं फीमेल हार्मोन भी घटने लगता है। जिसकी वजह से महिलाओं में मानसिक परिवर्तन होते हैं।
60 प्रतिशत महिलाओं में मेनोपॉज के बाद होती है बीमारी
स्टडी में सामने आया है कि 60 प्रतिशत महिला मेनोपॉज के बाद उलझन महसूस करती हैं। उन्हें मेमोरी से जुड़ी बीमारी होने लगती है।किसी में भूलने की बीमारी हो जाती है तो कोई अल्जाइमर का शिकार हो जाता है।इतना ही नहीं शरीर भी कमजोर होने लगते हैं। काम करने की क्षमता घटने लगती है। इतना ही नहीं वो डिप्रेशन में भी चली जाती है।
इन महिलाओं को होता है अल्जाइमर का खतरा
विशेषज्ञों की मानें तो जो महिलाएं पीरियड्स रोकने के लिए सर्जरी का सहारा लेती हैं उन्हें अल्जाइमर की बीमारी जल्दी घेरती है। इसके साथ कुछ महिलाओं में यह बीमारी आनुवांशिक भी होती हैं।
मेनोपॉज के बाद रखना होता है खास ख्याल
मेनोपॉज के बाद महिलाओं को अपना खास ख्याल रखना पड़ता है। डाइट में पोषण युक्त भोजन लेना चाहिए। फल-सब्जियों की मात्रा ज्यादा लेनी चाहिए। इसके अलावा अपनों के साथ खूबसूरत लम्हा बीता कर, या फिर अपने पसंदीदा काम के जरिए इसका मुकाबला कर सकती हैं। उन्हें मेनोपॉज से पैदा होने वाली बीमारी के लिए दवा या एल्कोहल नहीं लेना चाहिए।


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