विश्व मस्तिष्क दिवस World Brain Day: हर साल 22 जुलाई को वर्ल्ड ब्रेन डे (World Brain Day) मनाया जाता है। इस दिन को मनाने का उद्देश्य दुनिया भर में दिमागी बीमारियों और दिमागी सेहत को बेहतर बनाने के लिए जागरूकता फैलाना है। दिमाग से जुड़ी कई बीमारियां हैं जिनसे बहुत से लोग पीड़ित रहते हैं। रोजाना की कई आदतें और कारक दिमाग बीमार करते हैं।पर्याप्त नींद नहीं लेना, सिर में किसी तरह की पुराने चोट, खराब जीवनशैली, तनाव और अवसाद, स्मोकिंग या शराब की लत, यह ऐसी आदतें हैं जो दिमाग पर बुरा असर डालती हैं। इनसे दिमाग कमजोर और बीमार होता है और याददाश्त भी कमजोर होती है। दिमाग को स्वस्थ और मजबूत रखने के लिए अच्छी डाइट लेना और हेल्दी बहुत जरूरी है। लाइफस्टाइल
दिमाग तेज करने के लिए क्या करें? अगर आपका भी दिमाग कमजोर हो गया है और आपकी मेमोरी भी कम होती जा रही है, तो अब समय है आप अपनी डाइट में बदलाव करें। न्यूट्रिशनिस्ट और डाइटीशियन शिखा अग्रवाल शर्मा आपको इस अवसर पर कुछ ऐसी चीजों के बारे में बता रही हैं, जिनके सेवन से दिमाग को तेज किया जा सकता है।
हल्दी
हल्दी में पाया जाने वाला मुख्य तत्व करक्यूमिन सूजन कम करने और Antioxidants गुणों से भरपूर होता है। यह दिमाग की रक्त कोशिकाओं को बेहतर बनाता है। यह दिमाग में ब्रेन-डेरिव्ड न्यूरोट्रॉफिक फैक्टर (BDNF) के उत्पादन को बढ़ावा देने में मदद करता है, जो दिमाग में काम करने वाला एक ग्रोथ हॉर्मोन है।
बादाम और अखरोट
बादाम विटामिन E, मैग्नीशियम और एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होते हैं। ये दिमाग को ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस से बचाते हैं और दिमाग के काम करने की क्षमता को बेहतर बनाते हैं। दिमाग बढ़ाने के लिए आपको बादाम को एक रात भिगोकर खाना चाहिए। अखरोट में अल्फा-लिनोलेनिक एसिड (
ALA) नामक ओमेगा-3 फैटी एसिड भरपूर मात्रा में होता है, जो दिमाग के काम करने को बढ़ावा देता है।घी और अलसी के बीज
घी में ओमेगा-3 फैटी एसिड और अन्य हेल्दी फैट्स पाए जाते हैं जो कोशिका झिल्ली की मजबूती बनाए रखकर दिमाग की सेहत के लिए फायदेमंद होते हैं। घी में ब्यूटिरेट नामकफैटी एसिड पाया जाता है, जिसे आंतों की बेहतर सेहत और सूजन कम करने से जोड़ा गया है, जो दिमाग को भी फायदा पहुंचाता है। अलसी के बीज ओमेगा-3 फैटी एसिड और अल्फा-लिनोलेनिक एसिड (ALA) का एक और बढ़िया स्रोत हैं। यह दिमाग के काम को बेहतर बनाने और सूजन को कम करने में मदद करते हैं। अलसी के बीजों को पीसकर आप उन्हें स्मूदी, दही में मिला सकते हैं या फिर सीरियल के ऊपर छिड़क सकते हैं।
हरी सब्जियां
हरी सब्जियां खासकर पालक और मेथी विटामिन A, C, E और K, फोलेट, आयरन और कैल्शियम से भरपूर होती हैं। ये पोषक तत्व दिमाग के कामकाज को बढ़ाने और मजबूती के लिए जरूरी हैं। इनमें एंटीऑक्सीडेंट भी होते हैं जो दिमाग की कोशिकाओं को नुकसान से बचाने में मदद करते हैं।
आंवला और अश्वगंधा
आंवला विटामिन सी से भरपूर होता है, जो एक एंटीऑक्सीडेंट है। यह दिमाग को ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस से बचाता है और दिमाग को पूरी तरह से स्वस्थ रखने में मदद करता है। आंवला दिमाग को कमजोर करने वाली बीमारियों से बचाने में मदद कर सकता है। अश्वगंधा तनाव कम करने के लिए जानी जाती है। यह दिमाग के कार्य को बेहतर बना सकता है, चिंता और अवसाद को कम कर सकता है और याददाश्त बढ़ा सकता है।
ब्राह्मी और काले तिल
आयुर्वेद में ब्राह्मी का इस्तेमाल पारंपरिक रूप से याददाश्त, एकाग्रता और दिमाग की कार्यक्षमता को बढ़ाने के लिए किया जाता है। ब्राह्मी में ऐसे तत्व होते हैं जो दिमाग की कोशिकाओं को नुकसान से बचाने में मदद करते हैं। ब्राह्मी को कैप्सूल के रूप में, चाय में या आयुर्वेदिक नुस्खों के अनुसार लिया जाता है। काले तिल जिंक, मैग्नीशियम और विटामिन B6 से भरपूर होते हैं, जो दिमाग में मेसेज पहुंचाने वाले तत्वों ( Neurotransmitters) के काम करने और दिमाग की सेहत के लिए जरूरी होते हैं।