धनिया लेकर चर्च पहुंची महिला, गलती से पादरी ने ड्रग्स समझ निकाल दिया बाहर

गलफहमी में इंसान सही-गलत का डिफ़रेंस भूल जाता है. ग़लतफहमी में अक्सर लोग ऐसी चीजें कर बैठते हैं, जो गलत ही होता है.

Update: 2021-11-19 01:52 GMT

फाइल फोटो 

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। गलफहमी में इंसान सही-गलत का डिफ़रेंस भूल जाता है. ग़लतफहमी में अक्सर लोग ऐसी चीजें कर बैठते हैं, जो गलत ही होता है. इसका अंदाजा लोगों को बाद में होता है. लेकिन तब तक काफी देर हो गई होती है. सोशल मीडिया पर इन दिनों एक ऐसी ही ग़लतफहमी की खबर चर्चा में है. इसे घटना को 14 नवंबर का बताया जा रहा है जहां रविवार एक दिन एक महिला चर्च से बाहर निकाल दी गई. महिला चर्च के बाहर बैठकर रोती रही लेकिन ग़लतफहमी के कारण उसे किसी ने चर्च में घुसने नहीं दिया.

जानकारी के मुताबिक़. ओक्लाहोमा में रहने वाली अश्ली एन्टीवेर्सो को चर्च में ड्रग्स लाने के आरोप में वहां से बाहर निकाल दिया गया. अश्ली चर्च के बाहर बैठकर रोती रही. उसने सभी से बार-बार कहा कि वो किसी तरह का ड्रग्स नहीं लाई है लेकिन किसी ने उसकी बात पर यकीन नहीं किया. बाद में जब पुलिस आई और मामले की जांच हुई, तो पता चला कि इस सारी ग़लतफहमी का कनेक्शन अश्ली के पास मौजूद धनिया की पत्ती से था.



दरअसल, रविवार को मार्केट से अश्ली ने धनिया पत्ती खरीदी थी. इसे लेकर वो Redemption United Methodist Church चली गई. वहां जब पादरी की नजर उसके हाथ ओर पड़ी, तो उसने धनिया की पत्ती को गांजा समझ लिया. इसके बाद चगार्च ने उसे बाहर निकाल दिया. इस घटना से जुड़ा एक वीडियो भी टिकटोक पर वायरल हुआ जिसमें महिला बार-बार अपनी बेगुनाही की बात दोहरा रही थी. लेकिन किसी ने उसकी बात पर यकीन नहीं किया.

अश्ली ने बार-बार कहा कि वो ड्रग्स नहीं, धनिया लाइ है. लेकिन चर्च में उसे अंदर नहीं आने दिया गया. उसने पादरी को धनिया सूंघने को कहा लेकिन पादरी ने उसपर धर्म भ्र्ष्ट करने का आरोप लगा दिया. बाद में हंगामा होने पर वहां पुलिस पहुंची और उसने सारे मामले की जांच की. इस जांच में महिला सच में बेगुनाह निकली. इसके बाद उसे चर्च में प्रेयर में शामिल होने की अनुमति दी गई.


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