दिग्गज सचिन तेंदुलकर, विराट कोहली और दो बार की ओलंपिक पदक विजेता पीवी सिंधू समेत भारत के शीर्ष खेल सितारों ने माइक्रो ब्लॉगिंग साइट ट्विटर पर ‘ब्लू टिक’ गंवा दिया है। सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर ‘स्पैम’ से बचने के लिए पत्रकारों, सरकारी अधिकारियों और अपने क्षेत्र की हस्तियों को ब्लू टिक मुफ्त में प्रदान किया जाता था।
टि्वटर ने गुरुवार को उन खातों से ब्लू टिक हटा दिए जो इस सेवा के लिए मासिक सदस्यता का भुगतान नहीं करते हैं। कंपनी ने कहा है कि ब्लू प्लान लेते ही इन लोगों के ट्विटर अकाउंट्स पर ब्लू टिक बहाल हो जाएंगे। ट्विटर ब्लू की भारत में मोबाइल वर्जन के लिए हर महीने 900 रुपए और वेब वर्जन के लिए 650 रुपए की कीमत तय की गई है।
तेंदुलकर, कोहली और सिंधू के अलावा विश्व कप विजेता कप्तान महेंद्र सिंह धोनी, वर्तमान कप्तान रोहित शर्मा, ओलंपिक पदक विजेता साइना नेहवाल, नीरज चोपड़ा और बजरंग पूनिया, पहलवान विनेश फोगाट, दो बार की विश्व मुक्केबाजी चैंपियन निकहत ज़रीन, टेनिस खिलाड़ी सानिया मिर्जा, भारतीय फुटबॉल टीम के कप्तान सुनील छेत्री, पुरुष हॉकी टीम के गोलकीपर पीआर श्रीजेश उन कई भारतीय खिलाड़ियों में शामिल है जिन्होंने ट्विटर पर से अपना ब्लू टिक गंवा दिया है।
टेनिस के दिग्गज रोजर फेडरर और राफेल नडाल, फुटबॉलर क्रिस्टियानो रोनाल्डो और किलियन एम्बाप्पे और बास्केटबॉल के दिग्गज स्टीफन करी का खाता भी अब ट्विटर पर सत्यापित नहीं है।
ट्विटर पर अब केवल उन्हीं व्यक्तियों और संगठनों का खाता सत्यापित है जो इसके लिए भुगतान करते हैं। ट्विटर का ब्लू टिक वेब पर लेने के लिए 650 और मोबाइल पर लेने के लिए 900 रुपए का मासिक भुगतान करना होता है।
ट्विटर को पिछले साल टेस्ला के सीईओ एलन मस्क ने खरीदा था। ट्विटर ने बुधवार को अपने ऑफिशियल अकाउंट से ट्वीट किया था, 'हम कल 20 अप्रैल से सत्यापित चेकमार्क्स (ब्लू टिक) को हटा रहे हैं।'