धरती पर फिर वापस लौटेंगे वूली मैमथ!
अपने तेज कदमों से धरती को हिलाने वाले दैत्याकार वूली मैमथ आज से करीब 10 हजार साल पहले धरती से विलुप्त हो गए थे
अपने तेज कदमों से धरती को हिलाने वाले दैत्याकार वूली मैमथ आज से करीब 10 हजार साल पहले धरती से विलुप्त हो गए थे। इनमें से ज्यादातर की मौत हो गई थी जबकि जो कुछ बच गए वे व्रांगेल द्वीप पर फंस गए थे। बाद में वे भी धीरे-धीरे करके 4 हजार साल पहले खत्म हो गए थे। इन विलुप्त जीवों के पूरी तरह से संरक्षित नमूने आर्कटिक के बर्फ से दबे इलाके में वैज्ञानिकों को मिले थे। इससे वैज्ञानिकों को उनके डीएनए के बारे में जानने का पूरा मौका मिल गया।
अब इन नमूनों के आधार पर हावर्ड मेडिकल स्कूल के वैज्ञानिक बोस्टन में एशियाई हाथियों के डीएनए से इन मैमथ के डीएनए को मिलाने की कोशिश करने जा रहे हैं। एशियाई हाथी जिंदा जीवों में मैमथ के सबसे करीबी रिश्तेदार हैं। एचएमएस न्यूज से बातचीत में जीन वैज्ञानिक जार्ज चर्च ने कहा कि हमारी योजना है कि ठंड में भी आसानी से रहने वाले मैमथ के जीन को आधुनिक एशियाई हाथी से मिलाने का है।
मैमथ और हाथी को मिलाकर एक नया हाइब्रिड जीव
जार्ज ने कहा कि इससे तत्काल एक जिंदा मैमथ नहीं पैदा हो जाएगा लेकिन हम उसके जीन्स का अच्छाई के लिए इस्तेमाल कर सकते हैं। हम जीन्स को विलुप्त होने से बचाने का प्रयास कर रहे हैं। वैज्ञानिकों की कोशिश है कि जिस जीन्स की मदद से मैमथ आर्कटिक की भीषण ठंड में रहते थे, उसे और अन्य जीन्स को वर्तमान हाथियों डाला जाए ताकि वे आर्कटिक के माहौल में बर्फ के बीच आसानी से रह सकें और जीवन को फिर से बहाल किया जा सके।
इसके लिए जार्ज ने एक कंपनी में पैसा भी लगाया है जिसका उद्देश्य जीन एडिटिंग तकनीक की मदद से मैमथ के डीएनए को मरे हुए जीव से वापस लाया जाए। दरअसल, वैज्ञानिक अब मैमथ और हाथी को मिलाकर एक नया हाइब्रिड जीव बनाना चाहते हैं जो ठंडे तापमान में भी रह सकें। जॉन ने कहा कि इस नए जीव को वूली मैमथ नहीं कहा जा सकता है। उन्होंने कहा, 'इसके लिए आर्कटिक हाथी ज्यादा अच्छा शब्द है।'
मैमथ के बारे में जानिए
हिमयुग के दौरान ऊनी मैमथ उत्तरी अमेरिका और यूरेशिया में घूमते थे। ये जीव लगभग 10,000 साल पहले विलुप्त हो गए थे। वैज्ञानिकों को अबतक यह नहीं पता है कि उनके विलुप्त होने का कारण क्या था। कई लोग मानते हैं कि जलवायु परिवर्तन और मानव शिकारियों में वृद्धि इसका कारण थी। उनके सबसे करीबी जीवित रिश्तेदार आधुनिक एशियाई हाथी हैं। इन दोनों में प्रमुख अंतर केवल ऊपरी बनावट में है। मैमथ के पास ठंडे तापमान में जीवित रहने में मदद करने के लिए मोटे, झबरा कोट होते थे जो एशियाई हाथियों के पास नहीं हैं।