मंगल ग्रह पर कैसा होता है सूर्य ग्रहण? नासा के रोवर ने पहली बार रिकॉर्ड किया अद्भुत वीडियो, देखें
जनता से रिश्ता वेबडेस्क | सूर्य ग्रहण देखना कई लोगों को बेहद पसंद होता है। पृथ्वी पर आपने कई बार सूर्य ग्रहण को देखा होगा। लेकिन अब नासा ने मंगल पर हुए सूर्य ग्रहण को रिकॉर्ड किया है। नासा (NASA) के परसेवरेंस रोवर (Perseverance rover) ने मंगल ग्रह के आलू की आकृति के चांद फोबोस (Phobos) को सूर्य के आगे से गुजरते हुए रिकॉर्ड किया है। फरवरी 2021 में परसेवरेंस रोवर को मंगल ग्रह पर भेजा गया था। 2 अप्रैल को रोवर ने नेक्स्ट जेनरेशन मास्टकैम-Z कैमरे से इस घटना को रिकॉर्ड किया।
सैन डिएगो में मालिन स्पेस साइंस सिस्टम्स में मास्टकैम-Z कैमरा संचालित करने वाली टीम की सदस्य रेचल हावसन ने कहा, "मुझे यह पता था कि ये अच्छा होगा, लेकिन मुझे उम्मीद नहीं थी कि यह इतना आश्चर्यजनक होगा।" मंगल ग्रह के दो चांद में से फोबोस सबसे बड़ा है। ये दिन में तीन बार मंगल ग्रह की परिक्रमा करता है। ग्रह की सतह के ये बेहद करीब है इसी कारण कई बार यह मंगल की कई जगहों से दिखाई नहीं देता है।
40 सेकंड तक चला सूर्य ग्रहण
परसेवरेंस रोवर के मंगल पर उतरने के 397वें दिन ये ग्रहण हुआ जो 40 सेकंड से थोड़ा ज्याद समय तक चला। यह पृथ्वी पर होने वाले सूर्य ग्रहण से बहुत छोटा है, जो आश्चर्य की बात है, क्योंकि फोबोस पृथ्वी के चंद्रमा से लगभग 157 गुना छोटा है। मंगल के चंद्र ग्रहण की तस्वीरें पहले भी ली गई हैं। इससे पहले स्पिरिट, ऑपरच्यूनिटी और क्यूरियोसिटी ने भी मंगल पर सूर्य ग्रहण की तस्वीरें खींची थीं। लेकिन परसेवरेंस रोवर का फुटेज सूर्य ग्रहण से जुड़ा सबसे जूम वीडियो है। इसके साथ ही परसेवरेंस रोवर के जरिए ही पहली बार सूर्यग्रहण को रंगीन में देखा गया है।
मंगल पर क्रैश कर जाएगा फोबोस
नासा को उम्मीद है कि फुटेज सै वैज्ञानिक फोबोस और मंगल के बीच की गतिशीलता का बेहतर ढंग से अध्ययन कर सकेंगे। हालांकि वैज्ञानिक इस बात को जानते हैं कि एक समय फोबोस का अस्तित्व मिट जाएगा, क्योंकि यह चांद हर साल मंगल ग्रह के 1.8 मीटर करीब जा रहा है। गणना के मुताबिक 5 करोड़ साल में ये चांद मंगल की सतह पर क्रैश हो जाएगा।