हिंदू कैलेंडर के अनुसार, ज्येष्ठ माह के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि 30 मई को सुबह 10:13 बजे शुरू होगी। यह तिथि 31 मई को सुबह 8:08 बजे समाप्त हो रही है. ऐसे में उदय तिथि के अनुसार मासिक कालाष्टमी 30 मई को ही मनाई जाएगी. इस दिन निशिता मुहूर्त में काल भैरव की पूजा करना शुभ माना जाता है। सनातन धर्म में मासिक कालाष्टमी पूजा का विशेष महत्व है। इस दिन भगवान शिव और काल भैरव की पूजा की जाती है।
पौराणिक मान्यता है कि मासिक कालाष्टमी पूजा करने से व्यक्ति के जीवन में सुख, शांति और समृद्धि आती है क्योंकि भगवान शिव और काल भैरव की पूजा से राहु और शनि के दोष दूर होते हैं। पंडित हर्षित मोहन शर्मा के अनुसार कालाष्टमी व्रत हर महीने कृष्ण पक्ष की अष्टमी के दिन रखा जाता है।
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