सूबे के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के गृह विधानसभा क्षेत्र में आने वाले साहिबगंज जिले में इन दिनों डेंगू की डंक के साथ-साथ डायरिया जैसी भयानक महामारी का प्रकोप बढ़ता ही जा रहा है. वहीं, आपको बता दें कि डेंगू की डंक और डायरिया जैसी महामारी का प्रकोप अचानक बढ़ने से स्वास्थ्य विभाग सवालों के घेरे में आ गया है. जिले के बोरियो प्रखंड क्षेत्र से महज 24 घंटे के अंदर 21 डायरिया महामारी का मरीज मिलने से स्वास्थ्य विभाग की कार्यशैली पर सवाल उठने लगा है. फिलहाल सभी मरीजों का इलाज बोरियो उप स्वास्थ्य में किया जा रहा है और डॉक्टरों के द्वारा एक मरीज की स्थिति को गंभीर देखते हुए सदर अस्पताल रेफर कर दिया गया.
डायरिया जैसी भयानक महामारी का प्रकोप
वहीं, बोरियो प्रखंड क्षेत्र के अमरपुर गांव के 2 मरीज दंपति मरांग बीटा मरांडी (30) और उनकी पत्नी बड़की टुडू (25), बड़ा गम्हारिया के 4 मरीज ठाकरान सोरेन (60), मकलू मरांडी (60), मगलू मरांडी(60), जुबा किस्कू (35), चसगामा की एक मरीज मारंगमय मुर्मू (45), बड़ा रक्सो की चार मरीज सुरुजमुनी (35) तालामय मुर्मू (38), भायों सोरेन (80), लुखी मुर्मू (60), रंगमटिया से 2 मरीज मरियम हांसदा, मयबीती सोरेन, बसनिया से एक मरीज भजभ हंसदा सहित बोरियो प्रखंड से कुल 21 डायरिया मरीज मिले हैं.
प्रशासनिक अधिकारियों में हड़कंप
अचानक साहिबगंज के बोरियो प्रखंड में डायरिया की मरीज मिलने के बाद प्रशासनिक अधिकारियों में हड़कंप मच गया है और आनन-फानन में डीडीसी प्रभात कुमार बरदियार ने डायरिया प्रभावित सभी गांवों का दौरा किया. गांव में साफ-सफाई और ब्लीचिंग पाउडर छिड़काव करने का निर्देश दिया है. फिलहाल बोरियो एवं रंगमटिया में स्वास्थ्य विभाग की टीम कैंप लगाकर डायरिया पीड़ित मरीजों का इलाज कर रही है.
डायरिया से बचाव के तरीके
जिले के सिविल सर्जन अरविंद कुमार ने बताया कि डायरिया जैसे जानलेवा महामारी से बचने के लिए एहतियात बरतने की आवश्यकता होती है. डायरिया के लक्षण लगातार उल्टी और पतले पानी दार दस्त आना है. ऐसे लक्षण दिखाई देने पर तुरंत नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र में जाकर इलाज़ कराना चाहिए. साथ ही साथ डायरिया से बचने के लिए लोगों को ज़रूरी एहतियात बरतने चाहिए. बरसात के बाद डायरिया फैलने की संभावना ज्यादा होती है. ऐसे में लोगों को पानी उबाल कर पीने चाहिए. दूषित खाना खाने से बचना चाहिए. कुछ खाद्य पदार्थों से परहेज करना चाहिए.