पूरे साल दो दर्जन यानी 24 एकादशी होती है. इसमें से सबसे बड़ा एकादशी होती है जिसका नाम है निर्जला एकादशी (Nirjala Ekadashi). इस एकादशी को सबसे बड़ा और सर्वश्रेष्ठ माना जाता है. ऐसा माना जाता है कि, निर्जला Ekadashi के दिन अगर कोई व्रत रखता है तो उसे पूरे साल की 24 एकादशी के समान फल मिलता है. यानी ये एक एकादशी से आपको सबसे ज्यादा फल मिलेगा. बता दें, इस साल निर्जला एकादशी 31 मई 2023 को मनाई जाएगी.
निर्जला एकादशी को सबसे बड़ा एकादशी और फलदायक माना जाता है, तो इस एकादशी में गलतियां नहीं करनी चाहिए. अगर आप गलतियां करती है तो आपकी सारी मेहनत बर्बाद हो जाएगी. चलिए इस दिन उन पांच गलतियों के बारे में बताते हैं जो आपको नहीं करना चाहिए.
निर्जला Ekadashi पर कौन सी गलतियां न करें
1- इस एकादशी के दिन आप भूल कर भी तुलसी को जल अर्पित न करें. तुलसी में मां लक्ष्मी का वास होता है ऐसे में मां लक्ष्मी इस दिन निर्जला उपवास रखती है तो उन्हें जल चढ़ाने की गलती न करें.
2- निर्जला एकादशी के दिन चावल खाने से परहेज करना चाहिए. चावल में जल अधिक मात्रा में होती है और जल पर चंद्रमा का प्रभाव सबसे अधिक होता है. ऐसे में चावल नहीं खाना चाहिए.
3- सबसे बड़े एकादशी यानी निर्जला एकादशी पर तामसिक भोजन से दूर ही रहें. इस दिन प्याज और लहसून समेत मांस का भी सेवन नहीं करना चाहिए. इसके साथ ही आपको बैंगन, मसूर दाल, मूली और जड़ से उगने वाली सब्जियों को खाने से परहेज करें.
4- निर्जला एकादशी पर काले रंग के कपड़े पहनने से परहेज करना चाहिए. क्योंकि काले रंग का वस्त्र पहनना अशुभ माना जाता है. इसके साथ ही बाल, दाढ़ी और नाखून भी न कटवाएं.
5- निर्जला एकदाशी पर आपको किसी पर क्रोध करने से बचना चाहिए. इसके साथ ही किसी को अपशब्द कर अमानित न करें.