क्या है वैशाख अमावस्या का महत्व

Update: 2023-04-11 14:50 GMT
हिंदू धर्म में अमावस्या (Vaishakh Amavasya 2023) का विशेष महत्व है. साल भर में 12 अमावस्याएं पड़ती हैं. आपको बता दें कि इस दिन किया गया तीर्थ स्नान और दान जीवन के लिए कल्याणकारी साबित होता है. गौरतलब है कि वैशाख माह की शुरुआत हो चुकी है और वैशाख के कृष्ण पक्ष के आखिरी दिन अमावस्या तिथि होती है. चूंकि ये तिथि पितरों को समर्पित है, ऐसे में इस दिन पूर्वजों की आत्मा की शांति के लिए तर्पण और श्राद्ध कर्म करने से हमें पितरों का आशीर्वाद प्राप्त होता है. जिसके फलस्वरूप वैवाहिक जीवन सुखद बनता है, संतान सुख प्राप्त होता है, आर्थिक तंगी से छुटकारा मिलता है. तो चलिए जानते हैं वैशाख अमावस्या की डेट, मुहूर्त और महत्व.
वैशाख अमावस्या 2023 डेट (Vaishakh Amavasya 2023 Date)
आपको बता दें कि वैशाख मास के कृष्ण पक्ष के आखिरी दिन को अमावस्या के रूप में जाना जाता है. इस बार यह तिथि 20 अप्रैल 2023, गुरुवार को है. गौरतलब है कि इस साल अमावस्या पर साल का पहला सूर्य ग्रहण भी लग रहा है.
वैशाख अमावस्या 2023 मुहूर्त (Vaishakh Amavasya 2023 Muhurat)
किसी भी पूजा पाठ का पूर्ण और शुभ फल तभी प्राप्त होता है, जब कोई भी पूजा शुभ मुहूर्त पर की जाती है. पंचांग के अनुसार, वैशाख अमावस्या तिथि की शुरुआत 19 अप्रैल 2023 को सुबह 11 बजकर 23 मिनट पर शुरू होगी और 20 अप्रैल 2023 को सुबह 09 बजकर 41 मिनट पर इसकी समाप्ति होगी. वहीं स्नान-दान के मुहूर्त की बात करें, तो वह सुबह 04.23 से लेकर सुबह 05.07 तक रहने वाला है.
वैशाख अमावस्या महत्व (Vaishakh Amavasya Siginificance)
हिंदू कैलेंडर के अनुसार, वैशाख की अमावस्या पहली अमावस्या कहलाती है. आपको बता दें कि इस अमावस्या के अवसर पर सत्तू दान का विशेष महत्व माना गया है. इसी के चलते इस अमावस्या को सतुवाई अमावस्या के नाम से भी जानते हैं. इस अमावस्या पर पितृदोष और कालसर्प दोष से मुक्ति के लिए पितरों के नाम से ब्राह्मणों को भोजन कराएं और भोजन में से कुछ भाग कौआ, गाय या कुत्ते को खिला दें. वास्तु और गृहदोष से छुटकारा पाने के लिए भी वैशाख अमावस्या बहुत ही अच्छा अवसर है. इस दिन जरूरतमंदों लोगों के साथ साथ पशु पक्षियों को भोजन पानी देना बहुत ही शुभ होता है. ऐसा करने से पितरों के साथ साथ भगवान भी प्रसन्न होते हैं और आपको अपना आशीर्वाद प्रदान करते हैं.
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