इस परंपरा में गोमाता का क्या है महत्व, जानिए इससे जुड़े सरल और प्रभावी उपाय

सनातन पंरपरा में गाय का बहुत ज्यादा पूजनीय माना गया है। मान्यता है कि जिस घर में गाय रहती है,

Update: 2021-12-22 18:31 GMT

सनातन पंरपरा में गाय का बहुत ज्यादा पूजनीय माना गया है। मान्यता है कि जिस घर में गाय रहती है, उस घर के सभी वास्तु दोष दूर हो जाते हैं। शुभता और देवत्व की प्रतीक मानी जाने वाली गोमाता धार्मिक महत्व जानने के लिए जरूर पढ़ें ये लेख.

सनातन परंपरा में पूजनीय मानी जाने वाली गाय जिसे हम मां कहकर बुलाते हैं, उसकी पूजा का बहुत महत्व है. मान्यता है कि एक गाय में कई देवी-देवता निवास करते हैं. यही कारण है कि जिस घर में गाय की सेवा होती है, उस घर से जुड़े सारे दोष दूर होते हैं. हिंदू धर्म ग्रंथों में गाय की महिमा का बहुत बखान करता है. गाय से जुड़ी सभी चीजें जैसे दूध, दही मक्कखन, घी, गोबर, गोमूत्र आदि सभी चीजों का प्रयोग किया जाता है. गोमाता का सिर्फ धार्मिक ही नहीं बल्कि ज्योतिषीय महत्व भी है. आइए गाय की पूजा का महत्व एवं उसकी सेवा से जुड़े कुछ सरल उपाय जानते हैं.
1 हिंदू धर्म में गाय की पूजा सनातान काल से चली आ रही है. भविष्य पुराण के अनुसार गाय में तीनों लोक के तीन कोटि देवी-देवता निवास करते हैं. भगवान श्रीकृष्ण ने द्वापरयुग में अपना बहुत समय गाय के साथ बिताया और लोगों को गाय की पूजा और सेवा के लिए प्रेरित किया.
2 सनातन परंपरा में तमाम तरह के दान को महादान बताया गया है. इसमें गोदान का बहुत ज्यादा महत्व है. गरुण पुराण के अनुसार वैतरणी को पार करने के लिए गोदान का महत्व बताया गया है.
3 पृथ्वी पर गाय ही एकमात्र जानवर है, जिसे माता कहकर बुलाया जाता है. जानवरों में सबसे पवित्र मानी जाने वाली गाय को कामधेनू के समान सभी मनोकामनाओं को पूरा करने वाला बताया गया है.
4 हिंदू धर्म में गाय के गोबर को बहुत ज्यादा पवित्र माना गया है. यही कारण है कि किसी भी पूजन कार्य में जमीन को लीप कर शुद्ध करने के लिए गाय के गोबर का प्रयोग किया जाता है. वहीं गोमूत्र का प्रयोग पंचामृत बनाने के लिए किया जाता है. साथ ही साथ गोमूत्र का प्रयोग आयुर्वेद में औषधि बनाने के लिए किया जाता है.
5 गाय का सिर्फ धार्मिक ही नहीं बल्कि ज्योतिष महत्व भी है. ज्योतिष के अनुसार 09 ग्रहों की शांति के लिए गाय की पूजा विशेष रूप से लाभदायी है. यदि आपकी कुंडली में मंगल अशुभ है तो लाल रंग की गाय की सेवा से शुभ फल की प्राप्ति होती है. इसी प्रकार बुध की शुभता पाने के लिए गाय को हरा चारा डालने से लाभ मिलता है. शनि संबंधी दोष को दूर करने के लिए काले रंग की गाय की सेवा और दान अत्यंत फलदायी होता है.
6 यदि लंबा समय बीत जाने के बाद भी आपको संतान सुख नहीं प्राप्त हो पाया हो तो वास्तु के अनुसार बेडरूम में बछड़े को दूध पिलाती गाय की मूर्ति या चित्र को रखने से शुभ फल की प्राप्ति होती है और संतान सुख शीघ्र ही प्राप्त होता है. सनातन पंरपरा में गाय का बहुत ज्यादा पूजनीय माना गया है। मान्यता है कि जिस घर में गाय रहती है, उस घर के सभी वास्तु दोष दूर हो जाते हैं। शुभता और देवत्व की प्रतीक मानी जाने वाली गोमाता धार्मिक महत्व जानने के लिए जरूर पढ़ें ये लेख.

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