आज है लाभ पंचमी, जानें इस दिन का महत्व, शुभ मुहूर्त और पूजन विधि
गुजराती नववर्ष की दिवाली से शुरुआत होती है और इसके बाद लाभ पंचमी या सौभाग्य पंचमी पर व्यापारी अपने बही खातों की पूजा करते हैं।
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। गुजराती नववर्ष की दिवाली से शुरुआत होती है और इसके बाद लाभ पंचमी या सौभाग्य पंचमी पर व्यापारी अपने बही खातों की पूजा करते हैं। इस दिन भगवान शिव और माता पार्वती की विधि-विधान के साथ पूजा की जाती है। हिंदू धर्म में कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को लाभ और सौभाग्य की प्रतीक मानी जाती है। इस सौभाग्य पंचमी या लाभ पंचमी 9 नवंबर 2021, मंगलवार को है।
लाभ पंचमी 2021 शुभ मुहूर्त-
पंचमी तिथि 8 नवंबर को दोपहर 03 बजकर 16 मिनट से आरंभ हो चुकी है। पंचमी तिथि का समापन 9 नवंबर को 10 बजकर 35 मिनट पर होगा। प्रथम कला लाभ पंचमी, पूजा मुहूर्त 06:39 से 10:16 तक है।
लाभ पंचमी महत्व-
लाभ पंचमी को सौभाग्य या ज्ञान पंचमी भी कहते हैं। इस दिन नए व्यापार की शुरुआत करना शुभ माना जाता है। गुजरात में लाभ पंचमी नए साल का पहला कार्य दिवस होता है, इसलिए इस दिन व्यापारी बही खातों की पूजा करते हैं। मान्यता है कि इस दिन माता पार्वती और भगवान शंकर की पूजा-अर्चना करने से सौभाग्य की प्राप्ति होती है।
लाभ पंचमी पूजा विधि-
1. इस दिन जल्दी उठकर स्नान आदि से निवृत्त हो जाएं।
2. इसके बाद भगवान शिव, माता पार्वती और श्रीगणेश की प्रतिमा स्थापित करें।
3. अब देवी-देवताओं को चंदन, रोली, अक्षत, दूर्वा और दीप आदि अर्पित करें।
4. माता लक्ष्मी और भगवान गणेश के मंत्रों का जाप करें।
5. अब भगवान को भोग लगाएं।
6. अपनी सामर्थ्य अनुसार दान करें।