भक्ति के लिए बहुत अहम है भादों का महीना, भूल कर भी न करे ये काम, वरना हो सकते हैं बड़े नुकसान

रक्षाबंधन का पर्व मनाने के साथ ही सावन महीना खत्‍म हो गया है. अब हिंदू कैलेंडर का छठवां महीना भाद्रपद शुरू हो गया है

Update: 2021-08-24 02:32 GMT

फाइल फोटो 

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। रक्षाबंधन का पर्व मनाने के साथ ही सावन महीना खत्‍म हो गया है. अब हिंदू कैलेंडर का छठवां महीना भाद्रपद (Bhadrapada Month 2021) शुरू हो गया है. चातुर्मास के दौरान पड़ने वाले इस महीने को भक्ति के लिहाज से बहुत अहम माना गया है. इस महीने में भगवान श्री कृष्‍ण (Lord Shri Krishna) का जन्‍मोत्‍सव मनाया जाता है. जन्‍माष्‍टमी के अलावा इसी महीने में भगवान गणपति भी घरों में विराजेंगे. 23 अगस्‍त से शुरू हुआ भाद्रपद का महीना 20 सितंबर को अनंत चतुर्दशी मनाने के साथ खत्‍म होगा.

भाद्रपद महीने में पालन करने चाहिए नियम
भाद्रपद को भादों का महीना भी कहते हैं. सावन महीने की तरह चातुर्मास (Chaturmash 2021) के इस दूसरे महीने के लिए भी धर्म-शास्‍त्रों में कुछ नियम बताए गए हैं. इन नियमों का पालन करने से न केवल शरीर स्‍वस्‍थ रहता है, बल्कि भगवान भी अपनी कृपा बरसाते हैं. इस महीने में पड़ने वाले व्रत करने के अलावा कुछ सामान्‍य नियम भी बताए गए हैं. इन नियमों का पालन करने के साथ-साथ ज्‍यादा से ज्‍यादा समय भगवान की भक्ति में लगाना चाहिए.
भाद्रपद में न करें यह काम
भाद्रपद महीने में गुड़, दही, शहद, मूली, बैंगन नहीं खाना चाहिए. नॉनवेज और शराब का सेवन गलती से भी न करें, वरना संकट में पड़ सकते हैं. इसके अलावा गलत संगत से बचें और भगवान की भक्ति में ध्‍यान लगाएं.


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