Basant Panchami पर इन शुभ मुहूर्त में करें देवी साधना

Update: 2025-02-01 09:45 GMT
Basant Panchami ज्योतिष न्यूज़: हिंदू धर्म में कई सारे पर्व त्योहार मनाए जाते हैं और सभी का अपना महत्व होता है लेकिन बसंत पंचमी को बहुत ही खास माना जाता है जो कि विद्या की देवी मां सरस्वती को समर्पित दिन होता है इस दिन विद्यार्थी ज्ञान की देवी मां सरस्वती की विधिवत पूजा करते हैं और व्रत आदि भी रखते हैं
 मान्यता है कि ऐसा करने से देवी मां की असीम कृपा बरसती है और शिक्षा के मार्ग पर आने वाली बाधाएं दूर हो जाती हैं, इस साल बसंत पंचमी का त्योहार 2 फरवरी को मनाया जाएगा। तो आज हम आपको अपने इस लेख द्वारा बसंत पंचमी की पूजा के चार शुभ मुहूर्त बता रहे हैं तो
आइए जानते हैं।
 सरस्वती पूजा के चार शुभ मुहूर्त—
हिंदू पंचांग के अनुसार बसंत पंचमी के दिन सरस्वती पूजा के लिए कुल चार मुहूर्त प्राप्त हो रहे हैं। इस साल बसंत पंचमी का त्योहार 2 फरवरी दिन रविवार को मनाया जाएगा। इसमें पहला शुभ मुहूर्त सुबह 7 बजकर 9 मिनट से दोपहर 12 बजकर 35 मिनट तक है। इसके अलावा दूसरा शुभ मुहूर्त दोपहर 12 बजकर 18 मिनट से 1 बजकर 2 मिनट तक रहेगा। इसे अभिजीत मुहूर्त कहा जा रहा है इसके अलावा तीसरा मुहूर्त दोपहर 2 बजकर 3 मिनट से 3 बजकर 25 मिनट तक रहेगा। आखिरी शुभ मुहूर्त शाम को 6 बजकर 10 मिनट से लेकर 7 बजकर 48 मिनट तक रहेगा।
 बसंत पंचमी पर ऐसे करें पूजा—
आपको बता दें कि बसंत पंचमी के दिन सुबह जल्दी उठकर स्नान आदि करें इसके बाद हाथ में जल, चावल और पुष्प लेकर बसंत पंचमी व्रत पूजा का संकल्प करें। शुभ मुहूर्त से पहले पूजा की तैयारी कर लें। अब घर की किसी साफ जगह पर बाजोट पर देवी सरस्वती की प्रतिमा स्थापित करें। सबसे पहले माता को कुमकुम से तिलक करें फिर पुष्पों की माला पहनाएं। इसके बाद देवी के चित्र के सामने शुद्ध घी का दीपक जलाएं। अब देवी को सफेद वस्त्र अर्पित करें अबीर गुलाल, चावल आदि एक एक करके चढ़ाएं। इसके साथ ही ऊं सरस्वत्यै नमः इस मंत्र का जाप भी करें। माता को केसरिया भात और मौसमी फल का भोग लगाएं। इसके बाद देवी की विधिवत पूजा कर उनकी आरती जरूर पढ़ें। अंत में सभी को प्रसाद बांटें।
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