Gupta Navratri 2025: गुप्त नवरात्रि के तीसरे दिन इस विशेष विधि से करें मां त्रिपुर सुंदरी की पूजा, जानें लाभ और महत्व
Gupta Navratri 2025: हिंदू धर्म में नवरात्रि की विशेष महत्व है. माता रानी के नवरात्रि साल में चार बार आते हैं, जिसमे से दो प्रत्यक्ष और दो गुप्त होते हैं. गुप्त नवरात्रि के दौरान 10 महाविद्याओं की गुप्त रूप से पूजा-अर्चना की जाती है. गुप्त नवरात्रि के तीसरे दिन मां त्रिपुर सुंदरी को सर्पित हैं. मान्यता है कि अगर कोई व्यक्ति सच्चे मन से मां त्रिपुर सुंदरी की पूजा करता है तो उसके जीवन के सभी कष्ट और परेशानियां दूर होती हैं. साथ ही घर में सुख-समृद्धि का वास होता है
मां त्रिपुर सुंदरी की पूजा विधि
गुप्त नवरात्रि के तीसरे दिन मां त्रिपुर सुंदरी की पूजा करने के लिए सुबह ब्रह्म मुहूर्त में स्नान कर सफेद रंग के वस्त्र धारण कर लें. उसके बाद एक चौकी पर गंगाजल छिड़कर उसे शुद्ध कर लें और उत्तर दिशा की ओर मुख करके बैठे. इसके बाद चौकी पर सफेद रंग का कपड़ा बिछाकर मां त्रिपुर सुंदरी की तस्वीर या मूर्ति स्थापित करें. इसके बाद मां त्रिपुर सुंदरी को कुमकु लगाएं और उन्हें अक्षत, फल, फूल, चढ़ाएं. इसके बाद मां को दुध से बनी मिठाई या खीर का भोग लगाकर सच्चे मन से मां त्रिपुर सुंदरी की विधिवत पूजा अर्चना करें साथ ही ॐ ऐं ह्रीं श्रीं त्रिपुर सुंदरीयै नमः मंत्र का 108 जाप करें और कथा पढ़ने के बाद आरती करें. पूजा पूरी होने के बाद छोटी कन्याओं को प्रसाद दें|
मां त्रिपुर सुंदरी की पूजा के लाभ
मां त्रिपुर सुंदरी को यौवन और आकर्षण की देवी माना जाता है. इनका पूजा करने से व्यक्ति को आकर्षण व सौंदर्य की प्राप्ति होती है साथ ही वैवाहिक जीवन में चल रहा कलह और तनाव भी दूर होता है. मां त्रिपुर सुंदरी की पूजा करने से व्यक्ति के मान सम्मान में भी वृद्धि होती है. इसके अलावा मां त्रिपुर सुंदरी की आराधना करने वाले को मोक्ष की प्राप्ति होती है|
मां त्रिपुर सुंदरी की पूजा का महत्व
मां त्रिपुर सुंदरी को दस महाविद्याओं में से तीसरी विद्या बताया गया है. कहा जाता है. कि मां त्रिपुर सुंदरी तीनों लोकों में सबसे सुंदर हैं. शास्त्रों के अनुसार इन्हें मां पार्वती की प्रतिनिधित्व करने वाली देवी माना जाता है. इन्हें तांत्रिक पार्वती भी कहा जाता है. मां त्रिपुर सुंदरी सभी कर्मो का बहुत शीघ्र फल प्रदान करने वाली देवी हैं. मां त्रिपुर सुंदरी सोलह कलाओं से युक्त हैं और इनकी पूजा करने से सभी कर्मो का बहुत शीघ्र फल प्रदान करती है|