जरूर जान लें सोने से जुड़े जरूर नियम, नींद में खलल डालती हैं ये चीजें
सोने को लेकर कुछ खास नियम बताए गए हैं. इन नियमों का पालन करने से व्यक्ति स्वस्थ और सुखी रहता है. साथ ही जिंदगी में खूब तरक्की भी करता है, वहीं कुछ गलतियां उसे दरिद्रता की ओर धकेल देती हैं.
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। जीवन के लिए अच्छी नींद को भोजन से भी ज्यादा महत्व दिया गया है. विज्ञान भी कहता है कि व्यक्ति बिना भोजन के कई दिन तक रह सकता है लेकिन बिना नींद के रहना संभव नहीं है. ज्यादा दिन तक अच्छी नींद लिए बिना रहना व्यक्ति के मानसिक स्वास्थ्य पर असर डालता है. उसे तनाव का शिकार बना देता है. वहीं उसे ढेरों शारीरिक बीमारियां भी हो जाती हैं. सोने को लेकर धर्म-पुराणों में कई अहम नियम बताए गए हैं, जिनका पालन करके व्यक्ति कई समस्याओं से बच सकता है.
सोने से जुड़ी जरूरी नियम
- कभी भी कमरे में पूरा अंधेरा करके नहीं सोना चाहिए. बेहतर होगा कि थोड़ी सी रोशनी कमरे में आती रहे.
- घर, मंदिर और श्मशान में कभी भी अकेले नहीं सोना चाहिए. यदि घर में अकेले सोना पड़े तो अपने सिरहाने पीने का पानी और चाकू रखकर सोएं.
- यदि लंबी और सेहतमंद जिंदगी चाहते हैं तो रोजाना ब्रह्म मुहूर्त में जाग जाएं और जागते ही 2 गिलास पानी पिएं.
- यदि कोई व्यक्ति गहरी नींद में सो रहा हो तो उसे अचानक नहीं जगाना चाहिए. लेकिन चाणक्य नीति के मुताबिक विद्यार्थी, नौकर और द्वारपाल देर तक सोएं तो उन्हें जगा देना चाहिए. ऐसा करना उनके और दूसरों के लिए खतरनाक है.
- यदि जल्दी सोने की आदत है तो भी सूर्यास्त के तुरंत बाद न सोएं. सूर्यास्त के एक प्रहर बाद सोना और सूर्योदय से पहले जागना सबसे अच्छा होता है.
- गंदे पैर या गीले पैरों में सोना बहुत ही बुरा होता है. यह कई तरह की समस्याओं का कारण बनता है. लिहाजा रोज रात को सोने से पहले पैर धोकर और पोंछकर सोएं.
- टूटे पलंग और गंदे बिस्तर पर कभी नहीं सोना चाहिए. इसके अलावा कभी जूठे मुंह भी नहीं सोना चाहिए. ऐसा करने वाले देखते ही देखते गरीबी में घिर जाते हैं.
- शास्त्रों में बिना कपड़ों के सोने को भी वर्जित बताया गया है. यह गरीबी और बीमारियों का कारण बनता है.
- सोते समय हमेशा सिर दक्षिण की ओर होना चाहिए. पश्चिम और उत्तर की ओर सिर करके सोना हानि और तनाव का कारण बनता है.