Gupt Navratri 2025: माघ मास की गुप्त नवरात्रि का आज दूसरा दिन, जानें हिंदू धर्म में इसका महत्व और पूजा विधि
Gupt Navratri 2025: माघ माह के गुप्त नवरात्रि का आज दूसरा दिन है. हिंदू धर्म में ये नवरात्रि विशेष रूप से साधना, तंत्र विद्या और शक्ति उपासना के लिए महत्वपूर्ण मानी जाती है. गुप्त नवरात्रि में मां दुर्गा के दस महाविद्याओं की पूजा की जाती है, जो साधकों को सिद्धि, समृद्धि और आत्मबल प्रदान करती हैं|
गुप्त नवरात्रि का महत्व
तंत्र साधना और सिद्धियों के लिए विशेष है. इस दौरान साधक मां काली, तारा, छिन्नमस्ता, धूमावती आदि महाविद्याओं की उपासना कर विशेष सिद्धियां प्राप्त कर सकते हैं. उन लोगों के लिए अत्यंत फलदायी मानी जाती है जो आर्थिक, मानसिक या पारिवारिक परेशानियों से मुक्ति चाहते हैं. गुप्त नवरात्रि (Gupt Navratri 2025) में की गई पूजा नकारात्मक ऊर्जाओं को दूर करने और शत्रुओं से रक्षा के लिए प्रभावी मानी जाती है. इन नौ दिनों में मां लक्ष्मी की कृपा पाने के लिए विशेष मंत्रों का जाप किया जाता है, जिससे धन और समृद्धि का आशीर्वाद मिलता है|
गुप्त नवरात्रि की पूजा विधि
स्नान कर साफ वस्त्र धारण करें और अपने घर के पूजा स्थल को पवित्र करें. मां दुर्गा या महाकाली की मूर्ति/चित्र के सामने दीप जलाकर मां दुर्गा के रूपों की पूजा करें और उन्हें लाल फूल, धूप, दीप, नैवेद्य आदि अर्पित करें. इस दौरान साधक दुर्गा सप्तशती, देवी कवच, या ‘ॐ ऐं ह्रीं क्लीं चामुण्डायै विच्चे’ मंत्र का जाप कर सकते हैं|
मां दुर्गा को खीर, गुड़, या फल अर्पित करने से विशेष फल की प्राप्ति होती है. रात्रि में दीपक जलाकर मां की आरती करें और नवरात्रि व्रत कथा का पाठ करें. इस नवरात्रि (Gupt Navratri 2025) में दान का विशेष महत्व है, इसलिए जरूरतमंदों को भोजन, वस्त्र और धन का दान करना शुभ माना जाता है|