चांदी नपुंसकता दूर करने में है कारगर, जानें कई फायदे

हिंदू धर्म में चांदी का विशेष महत्व है।

Update: 2021-08-14 09:51 GMT

हिंदू धर्म में चांदी का विशेष महत्व है इसलिए हर पूजा-पाठ में चांदी का प्रयोग किया जाता है। चांदी को शुद्ध और प्रभावशाली धातु बताया गया है। मान्यता है कि चांदी भगवान शंकर के नेत्रों से उत्पन्न हुई है। चांदी का महत्व केवल आभूषणों के लिहाज से ही नहीं बल्कि आपकी किस्मत को भी बदल सकती है। चांदी के धारण करने से संतान सुख की प्राप्ति होती है बल्कि स्वास्थ्य के लिहाज से भी काफी कारगर बताई गई है। चांदी से शुक्र व चंद्र ग्रह दोष भी दूर होते हैं। आइए जानते हैं चांदी के फायदों के बारे में….

शुक्र व चंद्र दोष करती है चांदी

ज्योतिष शास्त्र में चांदी का संबंध शुक्र और चंद्र ग्रह से माना गया है। ज्योतिष में शुक्र को सौंदर्य रोमांस आदि का कारक ग्रह माना जाता है। वही चंद्रमा मन का कारक ग्रह है। माना जाता है कि चांदी को धारण करने से व्यक्ति के शरीर में मौजूद जल तत्व संतुलन रहता है और शरीर का तापमान भी नियंत्रित बना रहता है। इससे शुक्र और चंद्र का भी अनुकूल प्रभाव प्राप्त होता है और ग्रह की बाधाओं का नाश होता है।
चांदी की चेन धारण करने के लाभ
ज्योतिष शास्त्र की मानें तो यदि चांदी की चेन को गले में धारण किया जाए तो इससे हार्मोन से जुड़ी परेशानियां दूर होती हैं। यह व्यक्ति को रोमांटिक बनाता है और वैवाहिक जीवन में व्यक्ति को काफी अच्छे फल प्राप्त होते हैं। लेकिन जिन लोगों को सर्दी जुकाम की परेशानी अधिक रहती हो उन्हें चांदी गले में धारण करने से बचना चाहिए।
चांदी से हर क्षेत्र में मिलती है सफलता
शुद्ध चांदी का कड़ा पहनने से वात, पित्त और कफ नियंत्रित रहता है और व्यक्ति जल्दी बीमार नहीं पड़ता। बताया जाता है कि अगर चांदी की कटोरी या चमच्च से शुद्ध शहद का सेवन किया जाए तो शरीर विषमुक्त हो जाता है। चांदी न सिर्फ ग्रह दोष दूर करता है और सेहत अच्छा रहता है। बल्कि अगर चांदी के चौकोर टुकड़े को आप अपनी जेब में रखें तो जीवन में तरक्की शुरू हो जाती है और हर क्षेत्र में सफलता मिलती है।
लाल किताब में चांदी के उपाय
लाल किताब में बताया गया है कि कमजोर शुक्र के कारण संतान सुख में बाध आ रही हो तो चांदी के तार को गर्म करके शीतल दूध में डालकर तार को ठंडा कर लें फिर इस दूध को पी लें। 40 दिनों तक इस उपाय को करने से शुक्र मजबूत होता है और संतान सुख में आने वाली बाधा दूर होती है।
चांदी के बर्तन के फायदे
अगर आप अपने जीवन में फिर रोमांस लाना चाहते हैं तो चांदी के बर्तन में खाना खाना खाएं। अगर यह संभव नहीं है हो तो चांदी का एक गिलास ले लें और उससे ही पानी पीएं। वहीं जब बच्चे को ठोस आहार देना शुरू करते हैं तो चांदी की चम्‍मच, चांदी के गिलास और प्‍लेट में खाना खाने की सलाह दी जाती है। क्योंकि चांदी के बर्तन हमेशा बैक्टीरिया फ्री और संक्रमण रहित होते हैं इसलिए चांदी के बर्तन के प्रयोग से कई तरह की बीमारियों से बचा जा सकता है।
मन को मजबूत करने में भी चांदी कारगर
चांदी धारण करने से शुक्र ग्रह तो मजबूत होता ही है साथ ही चंद्रमा को भी आप इससे अनुकूल रख सकते हैं। जब आपका मन संतुलित होता है तो आप बेवजह की चिंताओं में नहीं फंसते और इससे भी आपके रोमांटिक जीवन पर अच्छे बदलाव देखने को मिलते हैं। साथ ही दिमाग भी काफी तेज चलता है।


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