Shardiya Navratri 2021: नवरात्रि में करें दिल्ली के इन देवी मंदिरों के दर्शन, मातारानी का मिलेगा आशीर्वाद
7 सितंबर से नवरात्रि के हर दिन मां के विभिन्न स्वरुपों का पूजन किया जा रहा है.
7 सितंबर से नवरात्रि के हर दिन मां के विभिन्न स्वरुपों का पूजन किया जा रहा है. इन दिनों में जहां लोग व्रत-उपवास और पूजा-अर्चना करके मां दुर्गा को प्रसन्न करने के लिए प्रयासरत हैं, वहीं मां के अलग-अलग रूपों के दर्शन के लिए मंदिरों की ओर भी रुख कर रहे हैं. नवरात्रि के इन दिनों में अगर आप भी मातारानी के दर्शन के लिए मंदिर जाना चाहते हैं. तो दिल्ली के इन मंदिरों में हाजिरी लगा सकते हैं.
श्री कालकाजी मंदिर
श्री कालकाजी मंदिर, मां आदिशक्ति के काली रूप को समर्पित है. इसको जयंती पीठ या मनोकामना सिद्ध पीठ के नाम से भी जाना जाता है. यह मंदिर अरावली के सूर्यकूट पर्वत पर स्थित है. मुख्य मंदिर अष्टकोण और तांत्रिक विधि से स्थापित किया गया है. श्री स्वयंभू महाकालेश्वर शिव मंदिर भी इसी परिसर से जुड़ा हुआ है.नई दिल्ली कालीबाड़ी
नई दिल्ली कालीबाड़ी मंदिर, दिल्ली-एनसीआर में स्थापित मां काली का सबसे पुराना मंदिर है. यह बंगाली संस्कृति का प्रमुख केंद्र है. इस मंदिर को कोलकाता के कालीघाट काली मंदिर से प्रेरित होकर स्थापित किया गया था. काली मंदिर के बायीं ओर मंदिर परिसर में एक शिवालय भी स्थापित है. इस मंदिर समिति की औपचारिक स्थापना वर्ष 1935 में नेताजी सुभाष चंद्र बोस को प्रथम अध्यक्ष बनाकर की गयी थी.
मां संतोषी मंदिर
मां संतोषी मंदिर हरि नगर में है. इस मंदिर को जोधपुर संतोषी माता मंदिर की प्रेरणा से स्थापित किया गया है. जो पहाड़ों से घिरी लाल सागर झील के पास स्थित है. मंदिर के गर्भग्रह में तीन देवियां मां वैष्णो, मां संतोषी और मां सरस्वती विराजमान हैं. मंदिर में शुक्रवार शाम, रविवार सुबह और मंगलवार शाम को देवी वैष्णो की चौकी का आयोजन होता है.
छतरपुर मंदिर
छतरपुर मंदिर कई मंदिरों का समूह है, जिसमें मां कात्यायनी मंदिर, मार्कण्डेय मंडपम, 101 फीट हनुमान मूर्ति मंदिर, श्री लक्ष्मी विनायक मंदिर, बाबा झारपीर मंदिर जैसे कई मंदिर शामिल हैं. इस मंदिर का वास्तविक नाम श्री आद्या कात्यायनी शक्तिपीठ मंदिर है. नवरात्रि के दिनों में प्रत्येक दिन यहां हवन, रुद्राभिषेक, दुर्गा सप्तशती पाठ और रामायण पाठ जैसे धार्मिक अनुष्ठानों का आयोजन होता है.
श्री गौरी शंकर मंदिर
श्री गौरी शंकर मंदिर, भगवान शिव और मां आदिशक्ति को समर्पित है. ये 800 साल पुराना मंदिर है. इस मंदिर में शिवलिंग भूरे रंग के फल्लस पत्थर से बना हुआ है. यह दिल्ली एनसीआर का सबसे पुराना प्रसिद्ध शिव-पार्वती मंदिर माना जाता है. ये दिगंबर जैन लाल मंदिर के निकट स्थापित है.