Putrada Ekadashi 2025: पौष पुत्रदा एकादशी के दिन बन रहा है बहुत ही दुर्लभ संयोग, पूरी होंगी सभी मनोकामनाएं

Update: 2025-01-09 03:07 GMT
Putrada Ekadashi 2025: धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, जो भी व्यक्ति एकादशी का व्रत कर प्रभु नारायण की विधिपूर्वक पूजा करता है उसकी सभी अधूरी इच्छाएं पूरी हो जाती हैं। इस साल पुत्रदा एकादशी के दिन बेहद ही दुर्लभ संयोग बन रहा है। इस संयोग में पूजा करने से विष्णु जी की विशेष कृपा प्राप्त होगी। पौष माह के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि को पुत्रदा एकादशी का व्रत रखा जाएगा। इस साल यह तिथि 10 जनवरी को पड़ रही है। एकादशी के दिन भगवान विष्णु की पूजा का विधान है।
पुत्रदा एकादशी 2025 के दिन बन रहा है ये संयोग
पौष पुत्रदा एकादशी के दिन ब्रह्म योग का शुभ संयोग बन रहा है। धार्मिक मान्यताओं के मुताबिक, ब्रह्म योग में पूजा पाठ और दान करने से कई गुना अधिक पुण्यकारी फलों की प्राप्ति होती है। इतना ही नहीं भक्तों की सभी मनोकामनाएं भी पूरी होती हैं। ऐसे में साल की पहली पौष पुत्रदा एकादशी अत्यंत ही शुभ और फलदायी है।
पौष पुत्रदा एकादशी 2025 शुभ मुहूर्त और पारण का समय
पौष माह के कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि का आरंभ 9 जनवरी को दोपहर 12 बजकर 22 मिनट पर होगा। एकादशी तिथि का समापन 10 जनवरी को सुबह 10 बजकर 19 मिनट पर होगा। उदयातिथि के अनुसार, पौष पुत्रदा एकादशी का व्रत 10 जनवरी 2025 को रखा जाएगा। वहीं पुत्रदा एकादशी व्रत पारण अगले दिन यानी 11 जनवरी 2025 को किया जाएगा। पारण का शुभ समय सुबह 7 बजकर 15 मिनट से सुबह 8 बजकर 21 मिनट तक रहेगा।
पुत्रदा एकादशी का महत्व
पुत्रदा एकादशी का व्रत संतान के लिए रखा जाता है। ऐसे में जो लोग संतान की चाह रखते हैं उन्हें पुत्रदा एकादशी का व्रत जरूर रखना चाहिए। पति-पत्नी एक साथ ये व्रत करते हैं तो उन्हें जल्द एक स्वस्थ संतान की प्राप्ति होती है। वहीं जिनकी पहले से संतान है अगर वे पुत्रदा एकादशी का व्रत करते हैं तो उनके संतान का जीवन खुशहाल रहता है। साथ ही उनके जीवन में आ रही सभी बाधाएं भी दूर होती हैं।
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