वास्तु टिप्स: घर में अकेलापन और तनाव हो जाएगा छू मंतर, ये 6 उपाय आजमाएं
वास्तु टिप्स जो घर के माहौल को सकारात्मक बनाएंगे
जनता से रिश्ता वेबडेस्क: कोरोना के चलते इस वक्त हमारे चारों ओर माहौल काफी नकारात्मक हो चुका है। रोजाना सुनाई देते बुरे समाचार और हर वक्त अपनों को खो देने का भय मन और मस्तिष्क में छाया रहता है। अर्नगल ही लोग इस वजह से तनाव से घिर रहे हैं। लोगों को एंग्जाइटी हो रही है। इस वक्त सभी लोगों के लिए सबसे जरूरी है घर पर रहना। यह बात सच है कि कुछ लोगों को घर पर रहने की आदत नहीं होती और उनके लिए घर में सदैव बंद होकर रह पाना मुश्किल होता है। लेकिन आज हम आपको बता रहे हैं कुछ ऐसे वास्तु टिप्स जो आपके घर के माहौल को काफी सकारात्मक बनाएंगे और सदैव घर में रहने पर आपको कोई परेशानी नहीं होगी।
पूजाघर में बांसुरी रखना
भगवान कृष्ण की बांसुरी की धुन मन को बहुत सुकून देने वाली होती है और इस धुन से मन की सारी थकान दूर हो जाती है। पूजाघर में हमें सदैव बांसुरी रखनी चाहिए और भगवान की पूजा के दौरान जब भी हमारी नजर इस बांसुरी पर जाएगी तब-तब हमारा मन कान्हाजी की मुरली की मधुर तान को याद करके प्रसन्न हो जाएगा और ऐसा होने से सारा तनाव छूमंतर हो जाएगा।
घर में अक्वेरियम रखें
घर में मछलियों को रखना बेहद शुभ माना जाता है। यह सुख, समृद्धि और खुशहाली का प्रतीक मानी जाती हैं। अक्वेरियम सदैव उत्तर दिशा में रखना शुभ माना जाता है। रंग-बिरंगी मछलियों को तैरते हुए देखना अपने आप में बहुत ही अच्छा अनुभव होता है। ऐसा करने से आपकी सारी थकान और तनाव छूमंतर हो जाता है और आपके अंदर एक नई प्रकार की ऊर्जा का संचार होता है। यह ध्यान रखें कि अक्वेरियम में मछली विषम संख्या में रखनी चाहिए और सदैव एक काली मछली जरूर रहनी चाहिए।
बेडरूम में भूल से भी न हो ऐसा
वास्तु में दर्पण का बहुत महत्व माना जाता है और सही स्थान पर लगा दर्पण जहां शुभ माना जाता है तो वहीं गलत स्थान पर लगा दर्पण नकारात्मक ऊर्जा पैदा करता है। ध्यान रहे कि बेडरूम में दर्पण इस प्रकार से न लगा हो कि उसमें आपके बेड की छाया दिखे। वास्तु में इस स्थिति को तनाव बढ़ाने वाला माना जाता है। अगर आपके घर में भी ऐसा हो तो तत्काल इस स्थिति को सही कर लें और ऐसा कर पाना संभव न हो तो दर्पण को विशेषकर सोते समय कपड़े से ढक दिया करें।
घर के मालिक का शयनकक्ष
घर के मालिक का शयनकक्ष हमेशा दक्षिण या नैऋत्य कोण में होना चाहिए। यदि यह संभव नहीं हो तो उसका बिस्तर नैऋत्य कोण में लगाएं। ऐसा करने से हर प्रकार का तनाव दूर होता है। ध्यान रहे कि सदैव दक्षिण दिशा में सिर और उत्तर दिशा में पैर करके सोना चाहिए।
बच्चों के चित्र
घर में हंसता बच्चा किसे अच्छा नहीं लगता। बच्चों के चेहरे की हंसी और खुशी देखकर माता-पिता की सारी थकान और तनाव यूं ही दूर हो जाता है। अगर आपके घर में अभी बच्चा नहीं भी है तो शयनकक्ष में हंसते बच्चे के चित्र लगाएं। ऐसा करना शुभ माना जाता है और मन को शांति और सुकून भी देता है।
ड्रॉइंग रूम में न हो ऐसा
घर के वास्तु में आपके लिविंग रूम या फिर ड्रॉइंग रूम का विशेष महत्व होता है। ड्रॉइंग रूम को सजाते वक्त एक बात का ध्यान रखें कि सोफे दरवाजे के एकदम ठीक सामने न रखें। ऐसा करना आपके घर में सकारात्मक ऊर्जा के प्रवाह में बाधा उत्पन्न करता है और उसके साथ ही मुख्य द्वार से घर के अंदर आने वाली सकारात्मक ऊर्जा को रोकता भी है।