Mokshada Ekadashi : मोक्षदा एकादशी पर करें इन नियमों का पालन, पूजा का मिलेगा उच्च फल
Mokshada Ekadashi : हिंदू धर्म में व्रत त्योहारों को खास महत्व दिया गया है लेकिन एकादशी का व्रत विशेष माना जाता है जो कि भगवान विष्णु को समर्पित व्रत है इस दिन भक्त भगवान की विधिवत पूजा करते हैं और व्रत आदि रखते हैं माना जाता है कि ऐसा करने से प्रभु की असीम कृपा …
Mokshada Ekadashi : हिंदू धर्म में व्रत त्योहारों को खास महत्व दिया गया है लेकिन एकादशी का व्रत विशेष माना जाता है जो कि भगवान विष्णु को समर्पित व्रत है इस दिन भक्त भगवान की विधिवत पूजा करते हैं और व्रत आदि रखते हैं माना जाता है कि ऐसा करने से प्रभु की असीम कृपा बरसती है एकादशी का व्रत हर माह में दो बार किया जाता है अभी मार्गशीर्ष मास चल रहा है और इस माह में पड़ने वाली एकादशी तिथि को मोक्षदा एकादशी के नाम से जाना जा रहा है।
जो कि 22 दिसंबर को पड़ रही है इस दिन पूजा पाठ और व्रत आदि करना शुभ माना जाता है लेकिन इसी के साथ ही एकादशी व्रत के नियमों का पालन करना भी जरूरी माना जाता है मान्यता है कि नियमों अनुसार व्रत पूजन करने से पूजा सफल मानी जाती है तो आज हम आपके लिए लेकर आए हैं मोक्षदा एकादशी व्रत से जुड़े नियम।
एकादशी के दिन करें इन नियमों का पालन—
एकादशी के दिन सुबह उठकर स्नान आदि करने के बाद भगवान विष्णु का ध्यान करके व्रत का संकल्प करना चाहिए इसके बाद तुलसी के समक्ष घी का दीपक जलाए और भगवान विष्णु के मंत्रों का जाप करें। इसके बाद तुलसी पौधे की 11 परिक्रमा करें। ऐसा करने से भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी प्रसन्न हो जाती है।
एकादशी तिथि पर भूलकर भी तुलसी के पौधे पर जल नहीं अर्पित करना चाहिए ऐसा करने से व्रत पूजन का फल नहीं मिलता है इसके साथ ही इस दिन तुलसी के पत्तों को भी ना तोड़े। एकादशी पर चावल का सेवन भी वर्जित माना गया है। इस दिन बाल और नाखून काटना भी अशुभ माना जाता है ऐसा करने से जीवन में कष्टों का सामना करना पड़ता है इस दिन चोरी, हिंसा और क्रोध भी करने से बचें। इन सभी कार्यों को करने से व्रत खंडित हो सकता है।