Margashirsha Purnima ज्योतिष न्यूज़ : सनातन धर्म में पूर्णिमा और अमावस्या को बहुत ही खास माना जाता है जो कि हर माह में एक बार पड़ती है। इस दिन स्नान दान व पूजा पाठ करना लाभकारी माना जाता है हिंदू पंचांग के अनुसार अभी मार्गशीर्ष मास चल रहा है और इस माह पड़ने वाली पूर्णिमा को मार्गशीर्ष पूर्णिमा के नाम से जाना जा रहा है
इस दिन लक्ष्मी पूजा का विधान होता है मान्यता है कि ऐसा करने माता की विशेष कृपा प्राप्त होती है और दुख परेशानियां दूर हो जाती है तो आज हम आपको अपने इस लेख द्वारा मार्गशीर्ष मास की पूर्णिमा की तारीख और मुहूर्त की जानकारी प्रदान कर रहे हैं तो आइए जानते हैं।
मार्गशीर्ष पूर्णिमा की तारीख और मुहूर्त—
हिंदू पंचांग के अनुसार मार्गशीर्ष माह की पूर्णिमा तिथि का आरंभ 14 दिसंबर दिन शनिवार को शाम 4 बजकर 58 मिनट पर हो रहा है और इस तिथि का समापन 15 दिसंबर दिन रविवार को रात 2 बजकर 31 मिनट पर हो जाएगा। वही उदया तिथि के अनुसार इस साल मार्गशीर्ष मास की पूर्णिमा 15 दिसंबर को मनाई जा रही है।
मार्गशीर्ष पूर्णिमा के दिन ब्रह्म मुहूर्त सुबह 4 बजकर 12 मिनट से आरंभ हो रहा है और सुबह 5 बजकर 5 मिनट पर समाप्त हो जाएगा। ब्रह्म मुहूर्त में पूर्णिमा स्नान करना शुभ रहेगा। इसके अलावा दान का मुहूर्त सुबह 7 बजकर 32 मिनट से आरंभ हो रहा है जो कि सुबह 8 बजे तक रहेगा। इस दिन लक्ष्मी पूजा का मुहूर्त सुबह 7 बजकर 52 मिनट से सुबह 9 बजकर 21 मिनट तक है।